जमशेदपुर: दलमा सेंचुरी में विशु शिकार की तिथि को लेकर दोनों समितियों के बीच सहमति बनने की संभावना है. इसके लिए दोनों समिति, दलमा बुरु सेंदरा समिति और दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति के लोगों के बीच बात चल रही है.
सहमति नहीं बनी तो 12 मई को दलमा बुरु सेंदरा समिति विशु शिकार पर्व मनायेगी. 19 मई को भी दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति के लोगों को दलमा सेंचुरी में प्रवेश करने से रोका नहीं जायेगा, लेकिन विशु शिकार पर्व मनाने से रोका जायेगा. क्योंकि 19 को विशु शिकार मनाने वाले स्थानीय नहीं हैं. इस समिति में अधिकांश बंगाल व अन्य क्षेत्रों के लोग हैं. यह बात प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ), झारखंड डॉ एके मल्होत्र ने कही. वह शुक्रवार को मानगो स्थित वन विश्रमागार में दलमा के 85 गांवों की इको विकास समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
दलमा से होगा मधु का निर्यात
डॉ मल्होत्र ने बताया कि ग्रामीणों को मधु उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अगले दो वर्ष में केवल दलमा सेंचुरी के 85 गांवों से प्रतिवर्ष एक लाख टन मधु निर्यात करने का लक्ष्य है.