पीएनबी के लोन घोटाला में सीबीआई ने कसा शिकंजा
3.02 करोड़ के हाउस लोन में धोखाधड़ी, दर्ज की प्राथमिकी जमशेदपुर : सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने पंजाब नेशनल बैंक की बिष्टुपुर शाखा में हुई जालसाजी के आरोप में 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इन सभी अभियुक्तों पर जाली दस्तावेज के जरिये जालसाजी कर बैंक को 3.02 करोड़ रुपये का नुकसान […]
3.02 करोड़ के हाउस लोन में धोखाधड़ी, दर्ज की प्राथमिकी
लोन लेने के बाद आरोपियों ने बैंक को राशि देना बंद कर दिया. बैंक ने लोन लेने वालों के दस्तावेजों की जांच की तो सभी फर्जी निकले. लोन चुकता नहीं किये जाने के कारण कुल 3.03 करोड़ रुपये राशि एनपीए हो गयी. इन 10 लोगों में से छह लोगों को मनीफीट निवासी हरजीत सिंह के गायरेंटर बनने पर लोन दिया गया, वहीं चार लोगों के लिए कर्मचारी आपस में गायरेंटर बन गये. सीबीआइ के अनुसार ये सभी 10 लोग हरजीत सिंह के कर्मचारी हैं.
सीबीआइ ने मामले में हरजीत सिंह को भी आरोपी बनाया है. साथ ही लोन लेने वाले निर्मल कुमार मिश्रा, जोगेंदर अग्रवाल, विनित पांडेय, चंदन अग्रवाल, अमरपाल सिंह, चंदन घोष, दिपेश कुमार सेन, अनीष कुमार सिंह, देबजीत बोस और कुलवंत सिंह व अन्य के खिलाफ भी आइपीसी की धारा 120-बी आर/डब्ल्यू, 420, 467, 468 और 471 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. यह कार्रवाई सीबीआइ रांची के एएसपी आशेष कुमार की रिपोर्ट के आधार पर की गयी है.