पारडीह में सीबीआइ छापा, दस्तावेज जब्त

शहर की एमएस रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के ठिकानों पर छापा शो-रूम व सर्विस सेंटर के नाम पर 638 लाख का लोन और कैश क्रेडिट कराने का आरोप जमशेदपुर : पटना स्थित काॅरपोरेशन बैंक की मुख्य शाखा से सात करोड़ रुपये के लोन घोटाले में सीबीआइ टीम ने पारडीह के आशियाना वुडलैंड में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2018 4:57 AM

शहर की एमएस रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के ठिकानों पर छापा

शो-रूम व सर्विस सेंटर के नाम पर 638 लाख का लोन और कैश क्रेडिट कराने का आरोप
जमशेदपुर : पटना स्थित काॅरपोरेशन बैंक की मुख्य शाखा से सात करोड़ रुपये के लोन घोटाले में सीबीआइ टीम ने पारडीह के आशियाना वुडलैंड में एमएस रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के ठिकानों पर छापेमारी की है.
सीबीआइ कंपनी के निदेशक अखौरी गोपाल, संजीता अखौरी, अखौरी निशांत, अखौरी नितेश और कॉरपोरेशन बैंक के वैल्यूअर संजय कुमार की तलाश कर रही है. अखौरी परिवार के ठिकानों से सीबीआइ ने कई दस्तावेज बरामद किये हैं. इनकी जांच की जा रही है. 6.77 करोड़ के लोन घोटाने में सीबीआइ ने 27 फरवरी को शहर की कंपनी रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज की थी.
कॉरपोरेशन बैंक के पटना स्थित जोनल कार्यालय के सहायक प्रबंधक ने गलत दस्तावेज पर बैंक से लोन लेने के लिए छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें एम/एस रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अखौरी गोपाल, निदेशक संजीता अखौरी, निदेशक अखौरी निशांत, निदेशक अखौरी नितेश और कॉरपोरेशन बैंक के वैल्युअर संजय कुमार को आरोपी बनाया गया है.
क्या है पूरा मामला
प्राथमिकी के अनुसार रामनंदी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने बैंक से 638 लाख रुपये का कुल लोन शो-रूम व सर्विस सेंटर के नाम पर लिया था. वहीं, 359 लाख रुपये कैश क्रेडिट के नाम पर आवंटित करवाया था. लोन कॉरपोरेशन बैंक पटना के जोनल कार्यालय से 11 मार्च 2014 को स्वीकृत किया गया था. आरोपियों ने बैंक को गलत दस्तावेज देकर सिक्यूरिटी के तौर पर काफी संपत्ति दिखायी थी. कंपनी कुछ समय बाद लोन वापस करने से मुकर गई और डिफॉल्टर हो गयी. बाद में जांच में दस्तावेज भी फर्जी पाये गये.

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