कुमार आनंद
जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन में सेकेंड इंट्री गेट से जुड़ी दो योजनाएं लंबित पड़ी हुई है, जिसमें पहली बर्मामाइंस फुट ओवरब्रिज निर्माण और दूसरी स्टेशन पर (प्लेटफॉर्म नंबर 2 और 4) में एस्कीलेटर व लिफ्ट (प्लेटफॉर्म नंबर 1 और 5 पर) लगना शामिल है. स्टेशन पर यात्री सुविधा को लेकर योजना जरूर बनीं, लेकिन धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं. स्थिति यह है कि फुट ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा करने के बाद ही एक्सेलेरटर लगाने के संकेत रेल प्रशासन ने दिये हैं. लेकिन एफओबी का काम पूरा नहीं होने पर एस्कीलेटर का लगना संभव नहीं दिखता है.
क्या होता फायदा:टाटानगर मॉडल स्टेशन में एक्सीलेटर और लिफ्ट लगने से यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर उतरने और बाहर निकलने में सुविधा होती. वर्तमान में स्टेशन में मात्र एक प्रवेश गेट. जबकि सेकेंड इंट्री के साथ एक्सीलेटर और लिफ्ट लगने से आम यात्रियों के अलावा विकलांग, बीमार लोगों को फायदा होगा.प्रतिदिन 9 से10 हजार यात्रियों का मूवमेंट. टाटानगर मॉडल स्टेशन से प्रतिदिन 9-10 हजार यात्रियों का मूवमेंट होता है. प्रतिदिन यहां 51 जोड़ी (सुपरफास्ट, मेल, एक्सप्रेस, पैंसेजर, लोकल, मेमू ट्रेन शामिल) ट्रेनों का मूवमेंट होता है. जिसमें 21 ट्रेनों से अधिक ट्रेनें टाटानगर स्टेशन से खुलती हैं. शेष ट्रेनें टाटानगर होकर गुजरती है.