निखिल सिन्हा
जमशेदपुर : लक्ष्य दो साल का,बीत गये चार साल. पर नहीं चालू हुआ टाटानगर रेलवे स्टेशन का सेकेंड इंट्री गेट. टाटानगर स्टेशन पर सेकेंड इंट्री का कार्य 2010 में शुरू किया गया था, जिसे पूरा करने का लक्ष्य वर्ष 2012 बताया गया था. लेकिन चार वर्ष होने के बाद भी अब तक कार्य अधूरा है. स्थिति यह है कि यहां शराबियों का जमावड़ा लगने लगा है.
पास के लोगों ने जब शराबियों का विरोध किया, तो शराबियों ने धमकाना शुरू कर दिया. जिसके बाद लोगों ने बोलना बंद कर दिया. इस भवन में मवेशी और फेरी वालों ने भी अपना आशियाना बना लिया है. इस अधूरे भवन के विषय में पूछने पर रेल अधिकारी कुछ भी स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं.
अंतत: सेकेंड इंट्री गेट का भवन अब धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होते जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि बर्मामाइंस, टेल्को, मानगो, साकची की ओर से आने वाले लोगों को सुविधा देने के लिए सेकेंड इंट्री गेट की योजना बनायी गयी थी. सेकेंड इंट्री गेट में लगे सामानों की चोरी की खबर लगातार मिल रही है. टिकट विंडो में लगे सामान और बिजली के उपकरणों को तोड़ कर चोर ले जा रहे हैं. रेलवे संपत्ति होने के बाद भी रेल सुरक्षा बल के एक भी जवान की डय़ूटी यहां पर नहीं रहती है.