बड़े नोट गायब, एटीएम कैशलेस
जमशेदपुर : जमशेदपुर में नोटबंदी जैसे हालात पैदा हो गये हैं. अधिकतर एटीएम कई दिनों से खाली हैं. अगर किसी में नोट हैं भी तो सर्फ सौ रुपये के. इससे एक बार में चार हजार तक ही निकासी हो रही है. इससे ज्यादा की निकासी की कोशिश करने पर ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है. ऐसा […]
जमशेदपुर : जमशेदपुर में नोटबंदी जैसे हालात पैदा हो गये हैं. अधिकतर एटीएम कई दिनों से खाली हैं. अगर किसी में नोट हैं भी तो सर्फ सौ रुपये के. इससे एक बार में चार हजार तक ही निकासी हो रही है. इससे ज्यादा की निकासी की कोशिश करने पर ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है. ऐसा इसलिए हो रहा है कि शहर में पिछले छह माह से बड़े नोटों की किल्लत है.
आरबीआइ नहीं भेज रहा बैंकों को दो हजार और पांच सौ के बड़े नोट. आरबीआइ ने शहर के बैंकों को दो हजार और पांच सौ रुपये के नोट भेजने बंद कर दिये हैं. इस वजह से केवल कुछ चुने हुए एटीएम को हर दिन जमा होने वाले छोटे नोटों से संचालित किया जा रहा है.
शहर में सबसे अधिक 125 एटीएम एसबीआइ के हैं. इनमें अधिकतर में कैश आउट की स्थिति है. कुछ से चार हजार तक की निकासी हो रही है, क्योंकि उसमें सिर्फ 100-100 के नोट हैं. एसबीआइ सहित दूसरे बैंकों के पास राशि 10, 20, 50, 100 रुपये है. एसबीआइ द्वारा आरबीआइ से जब भी पैसों के लिए इंडेंट किया जाता है, तो चेस्ट में कैश होने की बात कह टाल दिया जा रहा है.
कैशलेस सिस्टम फेल. बड़ी दुकानों में कार्ड के जरिये पेमेंट हो जा रहे हैं, लेकिन कई दुकानदार कार्ड से पेमेंट करने पर दो फीसदी अतिरिक्त पैसे की मांग कर रहे हैं. जल्द हालात सुधरने की उम्मीद : सेंट्रल बैंक. सेंट्रल बैंक के चीफ मैनेजर आर के मिश्रा ने कहा कि एक दो दिन में हालात ठीक होने की उम्मीद है. कैश आने का इंतजार कर रहे हैं.
बैंकों में कैश की कोई कमी नहीं
बैंक के पदाधिकारियों के अनुसार शहर में कैश की कमी नहीं है. काउंटर से जरूरत के अनुसार कैश ले सकते है. लेकिन बैंक के काउंटर से उन्हें 10, 20, 50, 100 रुपये के ही नोट मिल पायेंगे. बड़े नोटों को छांटकर एटीएम में डालने की तैयारी चल रही है. लगभग सभी बैंक यही कर रहे हैं. यही कारण है कि बैंक परिसर में लगे एटीएम से कैश निकलता है, जबकि अन्य एटीएम कैश आउट की स्थिति में हैं.
हालात पर नजर, जल्द कैश की व्यवस्था ठीक होगी : एसबीआइ
एसबीआइ जमशेदपुर के एजीएम ने बताया कि हालात पर नजर रखी जा रही है. दूर- दराज से कैश मंगाकर लोगों को दिये जा रहे हैं. एक सप्ताह में हालात सुधर जायेंगे. एटीएम में कैश की दिक्कत है.
लोग बन रहे हैं कर्जदार
वेतनभोगी कर्मियों के लिए वेतन निकालने का अभी वक्त है. कैश नहीं है. कई दुकानों में कैशलेस की व्यवस्था नहीं है. हालात यह है कि लोगों को दुकानदार कर्ज में ही सामान तो दे रहे है, लेकिन वे लोग बैंक में पैसे होने के बावजूद कर्ज ले रहे हैं.