अध्यक्ष कमेटी मीटिंग बुलाकर पारित करायें प्रस्ताव
जमशेदपुर : माइकल जॉन लेक्चर के आयोजन को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन की राजनीति गरमा गयी है. यूनियन के कमेटी मेंबर सह पूर्व उपाध्यक्ष एम भास्कर राव और एलडी इलेक्ट्रिकल विभाग के कमेटी मेंबर सुभाष ने बिना कमेटी मीटिंग में निर्णय लिये माइकल जॉन लेक्चर का आयोजन किये जाने पर आपत्ति जाहिर की है. इन […]
जमशेदपुर : माइकल जॉन लेक्चर के आयोजन को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन की राजनीति गरमा गयी है. यूनियन के कमेटी मेंबर सह पूर्व उपाध्यक्ष एम भास्कर राव और एलडी इलेक्ट्रिकल विभाग के कमेटी मेंबर सुभाष ने बिना कमेटी मीटिंग में निर्णय लिये माइकल जॉन लेक्चर का आयोजन किये जाने पर आपत्ति जाहिर की है. इन नेताओं का कहना है कि यूनियन अध्यक्ष कमेटी मीटिंग बुला कर पहले प्रस्ताव पारित करायें.
हाउस की मंजूरी लें : भास्कर
एम भास्कर राव ने कहा कि अध्यक्ष को कमेटी मीटिंग बुला हाउस से मंजूरी लेना चाहिये. 36 साल के इतिहास में यह पहली बार है कि बिना हाउस की मंजूरी के कोई आयोजन किया जा रहा है. गोपाल बाबू भी आयोजन कराने से पहले हाउस की सहमति लिया करते थे ताकि आयोजन बेहतर हो और इसका लाभ सभी को मिले. आयोजन में काफी पैसे खर्च होंगे. इंटक अध्यक्ष को अपने घर निमंत्रण पर बुलाया जा रहा है लेकिन अभी तक यूनियन के कमेटी मेंबरों को माइकल जॉन लेक्चर के आयोजन की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि माइकल जॉन लेक्चर में इंटक अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी को चांदी की थाली देने की बात की जा रही है जिसकी कीमत लगभग 50 हजार रुपये है.
अस्पताल, शिक्षा पर दें ध्यान : सुभाष
कमेटी मेंबर सुभाष ने कहा कि यूनियन मजदूरों की है. पहले यूनियन को अस्पताल और कर्मचारियों के बच्चों की बेहतर पढ़ाई लिखाई के बारे में सोचना चाहिये. आयोजन के नाम पर पैसे का बंदरबांट न हो. अध्यक्ष को तत्काल कमेटी मीटिंग बुला प्रस्ताव रखना चाहिये और कमेटी गठित करनी चाहिये.
ऑफिस बियररों पर बन सकती है सहमति
जमशेदपुर : टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन के नव निर्वाचित कमेटी मेंबर सोमवार को बैठक कर ऑफिस बियरर के लिए सर्वसम्मति बनाने का प्रयास करेंगे. 18 अप्रैल को यूनियन चुनाव के बाद नव निर्वाचित 19 कमेटी मेंबरों ने इंटक नेता राजेंद्र सिंह को तीसरी बार अध्यक्ष चुन लिया था. लेकिन महामंत्री सहित अन्य पदों पर कोई निर्णय नहीं हो सका था. यूनियन में पांच पद ही संवैधानिक हैं. इनमें अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष, सहायक सचिव और वाइस प्रेसिडेंट का है. पिछले तीन कार्यकाल से यूनियन में अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष, ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी के एक-एक पद के अलावा सहायक सचिव और वाइस प्रेसिडेंट और कार्यकारी अध्यक्ष पद पर दो- दो पदाधिकारी बनाये जाते रहे हैं. इस बार कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर किसी एक पदाधिकारी को ही नियुक्त किये जाने की संभावना है. इस प्रकार नौ कमेटी मेंबर ही यूनियन पदाधिकारी बनेंगे. हालांकि यूनियन नेताओं का कहना है कि अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ही अंतिम फैसला लेंगे.
महामंत्री पद के दावेदार हैं अरुण सिंह
पूर्व महामंत्री अरुण सिंह दूसरी बार भी महामंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. शशि शेखर शुक्ला, सम्राट चक्रवर्ती और सुमित कुमार कमेटी मेंबर का चुनाव नहीं जीत पाये. इस बार जो चुनाव नहीं जीत पाये उनमें ज्यादातर नेता अरुण सिंह के विरोधी गुट के थे.नयी कमेटी में पांच पुराने चेहरे चुनाव जीतने में सफल रहे. इसमें कार्यकारी अध्यक्ष एहसान अहमद सिराजी, रामाकांत करूआ, मनोज कुमार सिंह, धीरज कुमार सिंह शामिल हैं. एटीपी विभाग से कमेटी मेंबर का चुनाव जीतने वालों में तीन नये चेहरे हैं. इसके अलावा टूलिंग, हेड में भी बार यूनियन के पुराने कमेटी मेंबर अपनी सीट नहीं बचा पाये.