जमशेदपुर : साधु महतो व कंबल घोटाले पर नहीं चलने देंगे सदन : कुणाल
जमशेदपुर : ईचागढ़ के विधायक साधु महताे काे काैन सी बीमारी हाे गयी है कि एक महीने से अधिक समय से टीएमएच में इलाज चल रहा है. उनकी बीमारी की जांच के लिए मेडिकल बाेर्ड का गठन किया जाये. बीमारी है, ताे एम्स भेजा जाये, नहीं ताे सीधे जेल भेजा जाना चाहिए. यह बातें झामुमो […]
जमशेदपुर : ईचागढ़ के विधायक साधु महताे काे काैन सी बीमारी हाे गयी है कि एक महीने से अधिक समय से टीएमएच में इलाज चल रहा है. उनकी बीमारी की जांच के लिए मेडिकल बाेर्ड का गठन किया जाये. बीमारी है, ताे एम्स भेजा जाये, नहीं ताे सीधे जेल भेजा जाना चाहिए.
यह बातें झामुमो के सचेतक विधायक कुणाल षाड़ंगी और जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन ने बुधवार को निर्मल महतो गेस्ट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं. उन्होंने कहा कि कंबल घाेटाला में मामले की आइ वॉश जांच के लिए गृह सचिव काे जिम्मेदारी दी गयी है, जबकि उनका काम विधि-व्यवस्था आदि काे देखना है.
इन दाेनाें मामलाें में सरकार ने यदि जल्द एक्शन लेकर दाेषियाें काे चिह्नित नहीं करती है, तो झामुमाे सड़क पर ताे आंदाेलन करेगा ही, साथ ही साथ सदन काे भी नहीं चलने देगा. नेता द्वय ने कहा कि साधु महताे सिर्फ जमानत पाने के उद्देश्य से सरकारी संरक्षण में टीएमएच में हैं, जबकि उन्हें राज्यसभा का वाेट डालने के लिए पूरी सुरक्षा-सुविधा प्रदान की गयी. कंबल घाेटाला उद्याेग विभाग के अधीन हुआ है. यह विभाग मुख्यमंत्री के पास है. इसमें 63 समितियाें के तहत 10 हजार से अधिक बुनकर शामिल हैं.
अंचलाधिकारी ने मामले के तूल पकड़ते ही इस्तीफा दे दिया, जबकि विभाग के सचिव अब कह रहे हैं कि जिस कंपनी काे ठेका मिला, वह फर्जी है. नूतन कंपनी काे मेमाेंटम झारखंड में सरकार ने 25 एकड़ जमीन प्रदान करने के लिए एमआेयू किया है. कंबल जब बने नहीं, ताे धागा-ट्रांसपोर्टिंग को पेमेंट किसके कहने पर किया गया. कंबल निर्माण में अल्पसंख्यक बुनकर समाज शामिल हैं, इसलिए सरकार उन्हें साजिश के तहत परेशान कर रही है.
जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री के भाई मूलचंद और उनके बेटाें के सरकारी बॉडीगार्ड आैर लाइसेंस रद्द किये गये हैं. जिला प्रशासन खुलासा करे कि किन परिस्थितियाें में उन्हें अंगरक्षक दिये गये थे अाैर किन हालात में वापस लिये गये. संवाददाता सम्मेलन में पूर्व सांसद सुमन महताे, गुरमीत सिंह गिल, शेख बदरुद्दीन, प्रमाेद लाल, गाेपाल महताे आदि मौजूद थे.