एलीफेंट जोन में ट्रेनों की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा
चक्रधरपुर/जमशेदपुर : हावड़ा-मुंबई मेल से कटकर हुई हाथियों की मौत के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल ने बागडीह से पानपाली तक एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. झारसुगड़ा जिला अंतर्तत बागडीह से पानपाली रेल लाइन में एलीफेंट जोन का बोर्ड लगा दिया गया है. वहीं ट्रेनों की गति 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से घटा […]
चक्रधरपुर/जमशेदपुर : हावड़ा-मुंबई मेल से कटकर हुई हाथियों की मौत के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल ने बागडीह से पानपाली तक एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. झारसुगड़ा जिला अंतर्तत बागडीह से पानपाली रेल लाइन में एलीफेंट जोन का बोर्ड लगा दिया गया है. वहीं ट्रेनों की गति 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से घटा कर 50 किमी प्रति घंटा कर दी गयी है.
एलीफेंट जोन से गुजरने पर रेल चालकों को लगातार सायरन बजाना अनिवार्य कर दिया गया है. 16 अप्रैल को बागडीह से पानपाली किमी 496/ 17-19 में हावड़ा मेल से कटकर हाथियों की जानें गयी थी. इसके बाद भी बागडीह से पानपाली के बीच रेल लाइन पर हाथियों का विचरण हो रहा है. विगत दिनों ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के चालक ने रेल लाइन के सामने हाथियों को विचरण करते देखा था. मालूम हो कि झारसुगड़ा का बागडीह व पानपाली जंगलों से सटा है. रेलखंड के दोनों ओर घना जंगल होने के चलते यहां आये दिन जंगली जानवर रेलवे पटरी की ओर आ जाते हैं.