बीएड कॉलेज के प्रशिक्षुअों से ली जायेगी सेवा

जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के हाइ स्कूल व प्लस टू स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं. सबसे खराब स्थिति विज्ञान विषय की है. वहीं अब इस स्थिति से निबटने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है. तय किया गया है कि जिले के ऐसे सरकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2018 5:22 AM

जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के हाइ स्कूल व प्लस टू स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं. सबसे खराब स्थिति विज्ञान विषय की है. वहीं अब इस स्थिति से निबटने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है. तय किया गया है कि जिले के ऐसे सरकारी स्कूल, जहां विज्ञान या फिर अन्य विषयों में शिक्षकों की कमी है, वहां बीएड कॉलेज में पढ़ाई करने वाले प्रशिक्षुअों से पढ़ाया जायेगा.

इसके लिए सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अलग-अलग बीएड कॉलेज से सरकारी हाइ स्कूलों को टैग किया. एक बीएड कॉलेज से करीब 10 हाइ स्कूलों को टैग किया गया है. एक स्कूल में आठ से 10 बीएड प्रशिक्षु अपनी सेवा देंगे. वे स्कूल के प्रिंसिपल के अधीन कार्य करेंगे. प्रिंसिपल की अोर से जो भी दिशा निर्देश दिया जायेगा, उसका पालन बीएड प्रशिक्षुअों को करना होगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार प्रसाद सिंह ने कहा कि बीएड कॉलेज के साथ हाइ स्कूल के टैगिंग की लिस्ट को फाइनल कर दी गयी है.

फिलहाल यामिनीकांत बीएड कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज, अोमेक्स बीएड कॉलेज, को-अॉपरेटिव बीएड कॉलेज, बहरागोड़ा बीएड कॉलेज अौर करीम सिटी बीएड कॉलेज के प्रशिक्षुअों को स्कूलों के साथ टैग किया गया है.
27 शिक्षकों के भरोसे चल रहा है 139 हाइ स्कूल
पूर्वी सिंहभूम जिले में मैट्रिक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं. हालत यह है कि जिले के 139 हाइ स्कूलों में सिर्फ 27 विज्ञान के शिक्षक हैं. गणित में भी कुछ यही स्थिति है. स्वीकृत 86 पदों पर सिर्फ 28 गणित के शिक्षक कार्य कर रहे हैं. फिलहाल जिले में कुल 11 प्लस टू स्कूल हैं. अधिकतर स्कूलों में रसायन शास्त्र, भौतिकी और गणित के शिक्षकों के पद खाली हैं. यहां भूगोल व इतिहास के शिक्षकों को गणित पढ़ाना पड़ रहा है. जिले के 11 प्लस टू स्कूलों में 122 शिक्षकों का पद हैं, लेकिन 122 शिक्षकों के स्थान पर कुल 58 शिक्षकों से कार्य करवाया जा रहा है. प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों के कुल 64 पद रिक्त हैं.

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