उद्योग के नाम पर जमीन छीनना करें बंद

पोटका : ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन पोटका प्रखंड कमेटी की ओर से 18 सूत्री मांग को लेकर पोटका प्रखंड मुख्यालय के समक्ष मंगलवार को धरना- प्रदर्शन किया गया. इस दौरान उपायुक्त के नाम बीडीओ को ज्ञापन भी सौंपा गया. कहा गया कि विद्यालय विलय प्रस्ताव को अविलंब वापस लिया जाये, बिजली दरों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2018 7:31 AM
पोटका : ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन पोटका प्रखंड कमेटी की ओर से 18 सूत्री मांग को लेकर पोटका प्रखंड मुख्यालय के समक्ष मंगलवार को धरना- प्रदर्शन किया गया.
इस दौरान उपायुक्त के नाम बीडीओ को ज्ञापन भी सौंपा गया. कहा गया कि विद्यालय विलय प्रस्ताव को अविलंब वापस लिया जाये, बिजली दरों में की गयी वृद्धि को अविलंब वापस लिया जाये, केरोसिन तेल के मूल्य वृद्धि अविलंब वापस लिया जाये, पीएमएवाई की गड़बड़ी में सुधार किया जाये एवं सभी किसान खेत मजदूरों को पीएमएवाई दिलाया जाये, सिंचाई के लिए सभी तालाब का जीर्णोद्धार किया जाये एवं सिंचाई लायक नया तालाब बांध का निर्माण किया जाये. समय पर किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक दवाई भी उपलब्ध कराया जाये. खेत मजदूरों को साल भर काम की गारंटी दी जाये, सभी किसानों का खतियान कंप्यूटर में इंट्री किया जाये, गांव-गांव में शुद्ध पेजयल की व्यवस्था की जाये, राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू की जाये, किसानों का केसीसी ऋण माफ किया जाये, बिजली दर वृद्धि को वापस लिया जाये, पोटका के खराब पड़े लिफ्ट इरिगेशन का जीर्णोद्धार किया जाये. उद्योग के नाम पर किसानों का विस्थापन बंद किया जाये आदि मांग शामिल है. धरना प्रदर्शन में राज्य कमेटी सचिव बिमल दास, राज्य कमेटी सदस्य हर प्रसाद सिंह सोलंकी, धीरेन भकत, सोनोका महतो, अंबिका महतो, देवेन महतो, समर महतो, पतित पावन कुईला, राजू पात्र, बलदेव मुंडा, शत्रुघ्न दास, नुनाराम रजक, आनंद धल, सुनील महतो, स्वपन भकत, शांति देव,निमाई भकत, महत भकत, हेमलता भकत आदि शामिल हुए.
देश में किसानों की हालत बदतर : विमल
ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन पोटका प्रखंड कमेटी की ओर से आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य कमेटी सचिव विमल दास ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है, लेकिन देश में किसानों की हालत बद से बदतर है. सरकार किसानों को किसी तरह से ध्यान नहीं दे रही है, यहीं कारण है कि किसान अात्महत्या करने को वेवश हो रहे है.

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