जिले से 310 तालाब हो चुके हैं विलुप्त

जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम के कृषि कार्यालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार कुछ साल पहले तक जिले में 850 सरकारी तालाब थे. लेकिन वर्तमान समय में 540 तालाब ही सक्रिय हैं. इस तरह जिले में करीब 310 तालाब विलुप्त हो चुके हैं. जहां तालाब हुआ करता था, अब वहां समतल मैदान बन गये हैं. भारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2018 8:10 AM
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम के कृषि कार्यालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार कुछ साल पहले तक जिले में 850 सरकारी तालाब थे. लेकिन वर्तमान समय में 540 तालाब ही सक्रिय हैं. इस तरह जिले में करीब 310 तालाब विलुप्त हो चुके हैं. जहां तालाब हुआ करता था, अब वहां समतल मैदान बन गये हैं. भारी बारिश के बावजूद भी पानी नहीं ठहरता है.
पूर्वी सिंहभूम जिले के परसुडीह क्षेत्र के बाघाडेरा व बागानटोला गांव के बीच एक तालाब था. तो वर्तमान समय में निष्क्रिय हो गया है. तालाब के चारों ओर लोगों ने पक्के मकान व झोपड़ी बना लिये हैं. जमशेदपुर के शहरी इलाकों में ज्यादातर तालाब भरे जा चुके हैं, उन पर बहुमंजिली इमारतें खड़ी हो गयी हैं. सोनारी संगम विहार सहित कई इलाकों के तालाब इसी तरह खत्म होते जा रहे हैं.
52 एकड़ का तालाब दो एकड़ में सिमटा
चाईबासा. पश्चिम सिंहभूम में पहले 1100 से अधिक तालाब थे. बीस सालों में इनकी संख्या घटकर 360 रह गयी है. चाईबासा अनुमंडल में 56 तालाब बचे हैं. इनमें से 13 तालाब ही जीवित हैं, बाकी सूख गये हैं. कई तालाबों को लोगों ने समतल कर घर बना लिया या उस पर खेती कर रहे हैं. इन तालाबों में सरकारी व निजी दोनों तरह के तालाब शामिल हैं.
तालाबों के खत्म होने से क्षेत्र का जल स्तर काफी नीचे चला गया है. चापाकल और निजी बोरिंग भी सूख गये हैं. खूंटपानी प्रखंड में स्थित 52एकड़ में फैला तालाब अब महज 2 एकड़ में सिमट कर रह गया है. वहीं, चक्रधरपुर नगर क्षेत्र में एनएच-75 स्थित मारवाड़ी स्कूल के पास स्थित कर्बला तालाब में मिट‍्टी भरकर लोगों ने मकान बना लिया है.

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