सीएचसी ने भेजा सदर वहां से एमजीएम और फिर रिम्स रेफर

जमशेदपुर : डुमरिया निवासी कारो सोरेन मंगलवार को अपने दो माह के बच्चे को लेकर इलाज के लिए भटकता रहा. अंत में थकहार कर बिना इलाज कराये वह घर चला गया. इस संबंध में कारो ने बताया कि उसके बेटे मोनो को कई दिनों से पेट में दर्द हो रहा था. आज इलाज के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2018 1:58 AM
जमशेदपुर : डुमरिया निवासी कारो सोरेन मंगलवार को अपने दो माह के बच्चे को लेकर इलाज के लिए भटकता रहा. अंत में थकहार कर बिना इलाज कराये वह घर चला गया. इस संबंध में कारो ने बताया कि उसके बेटे मोनो को कई दिनों से पेट में दर्द हो रहा था. आज इलाज के लिए उसे डुमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया था, जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद सदर अस्पताल भेज दिया.
जब वह सदर पहुंचा, तो डॉक्टरों ने कहा कि इसका इलाज यहां नहीं हो सकता है. एमजीएम लेकर जाओ. एमजीएम इमरजेंसी के डॉक्टरों ने जांच कर बताया कि मोनो की नाभि में इंफेक्शन व हार्निया की बीमारी है. इसका ऑपरेशन करना होगा. डॉक्टरों ने कहा कि एमजीएम में इतने छोटे बच्चे का ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर व संसाधन नहीं हैं. इसलिए रिम्स लेकर जाओ. लेकिन कारो अपने बेटे को अपने घर वापस चला गया.
क्‍या कहना है उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी का
इस मामले की जानकारी नहीं है. बच्चे को जो बीमारी है, इसके लिए पीडियाट्रिक सर्जन की जरूरत है. जो एमजीएम अस्पताल में नहीं हैं. जिसके चलते यहां ऑपरेशन नहीं हो सकता है.

Next Article

Exit mobile version