जमशेदपुर : लीज बंदोबस्ती समेत सरकार के कई निर्णयों पर मंत्री सरयू राय ने सवाल उठाते हुए उनसे असहमति जतायी है. रविवार को बिष्टुपुर जे रोड स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में सरयू राय सरकार के कई निर्णयों पर तल्ख नजर आये. लीज बंदोबस्ती पर आपत्ति जताते हुए कहा कि बस्ती के लोग इसमें रुचि नहीं ले रहें है,
कहा कि बस्तियों को मालिकाना हक मिले, इसके लिए वह ईमानदारी से प्रयास कर रहे. मानगो में तोड़फोड़ की कार्रवाई को मंत्री ने तुगलकी फरमान करार दिया. पश्चिम विधानसभा क्षेत्र को अतिक्रमण के नाम पर निशाना बनाये जाने पर नाराजगी जताते हुए मंत्री ने कहा कि मानगो डिमना तो छह लेन रोड है बावजूद अतिक्रमण तोड़ने का काम किया गया. कहा कि उन्होंने स्वयं देखा कि प्रशासन ने बिना तैयारी के रोड ही नहीं, नाली से हटकर बनायी दुकानों को तोड़ा है, यह उचित नहीं है.
मंत्री ने कहा कि ट्रैफिक दृष्टिकोण अथवा दुकानों के बाहर रखे सामानों पर प्रशासन जरूर कार्रवाई करें, लेकिन कार्रवाई से पूर्व अतिक्रमण की कौन से रिपोर्ट बनायी गयी, अतिक्रमण को चिह्नित क्यों नहीं किया? इस पर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए. मंत्री ने किसी नाम लिए बिना कहा कि शहर में जो अस्थायी अतिक्रमण थे, अब वह स्थायी हो गये है.
इसलिए वह चाहते हैं कि जमशेदपुर पश्चिम विस में अतिक्रमण हटाने या पुनर्वास करने की योजना पर मुझसे पहले बात हो, तुगलकी फरमान अच्छी बात नहीं है. इस मौके पर मंत्री के अलावा बिष्टुपुर मंडल अध्यक्ष सुरंजन राय, विधायक प्रतिनिधि मुकुल मिश्रा, चितरंजन वर्मा, अजय श्रीवास्तव, विकास सिंह, दीपू सिंह आदि मौजूद थे.
घोषणा तो हो गयी, कब तक बसाये जायेंगे साकची के दुकानदार
जुबिली पार्क गेट से हटाये गये दुकानों को बसाने की घोषणा पर मंत्री ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कहा कि दुकानों को बसाने की घोषणा कितने सालों में पूरी करेंगे यह बताने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि न तो दुकानों को तोड़ने अौर न बसाने में मेरा कोई योगदान है, मैं दूसरों के कार्य का श्रेय लेने में विश्वास नहीं करता.