खाना न मिलने पर हंगामा

टाटानगर. अव्यवस्था देख मुंबई-हावड़ा मेल के यात्रियों का भड़का गुस्सा नासिक के इगतपुरी स्टेशन के पास मुंबई मेल के तीन डिब्बे हो गये थे बेपटरी यात्रियों के लिए की गयी थी एक पैकेट बिरयानी व एक बोतल पानी की व्यवस्था जमशेदपुर : महाराष्ट्र में नासिक के पास तीन बोगियां डिरेल होने की घटना के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2018 4:54 AM

टाटानगर. अव्यवस्था देख मुंबई-हावड़ा मेल के यात्रियों का भड़का गुस्सा

नासिक के इगतपुरी स्टेशन के पास मुंबई मेल के तीन डिब्बे हो गये थे बेपटरी
यात्रियों के लिए की गयी थी एक पैकेट बिरयानी व एक बोतल पानी की व्यवस्था
जमशेदपुर : महाराष्ट्र में नासिक के पास तीन बोगियां डिरेल होने की घटना के बाद सोमवार को टाटानगर पहुंची मुंबई-हावड़ा मेल के यात्रियों ने स्टेशन पर खाने-पीने को लेकर हंगामा कर दिया. करीब आधे घंटे तक प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर अफरा-तफरी मची रही. यात्री मुंबई-हावड़ा मेल से पहले गीतांजलि एक्सप्रेस के खोले जाने से भी नाराज थे. दोपहर 2:45 बजे ट्रेन हावड़ा के लिए खुली, तब जाकर मामला शांत हुआ.
ज्ञात हो कि रविवार रात दो बजे महाराष्ट्र में नासिक के इगतपुरी स्टेशन के पास मुंबई-हावड़ा मेल (12809) के तीन डिब्बे (दो स्लीपर कोच एस-12, एस-13 तथा एक पेंट्री कार) पटरी से उतर गये थे.
इस कारण कारण यह ट्रेन सोमवार को लगभग 12.30 घंटे विलंब से (दोपहर 2:10 बजे) टाटानगर स्टेशन पहुंची. रेलवे ने ट्रेन के 1772 (आरक्षित टिकट) यात्रियों के लिए सादा बिरयानी और एक बोतल रेल नीर पानी (रेलवे अधिकारियों के अनुसार 1500 बोतल) की व्यवस्था की थी. जन आहार कैंटीन में बिरयानी बनायी गयी थी.
ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही रेलवे अधिकारी, आरपीएफ जवान और सिविल डिफेंस की देखरेख में यात्रियों को एक पैकेट बिरयानी और एक बोतल पानी बांटा जाने लगा. खाना-पानी देखते ही गर्मी से बेहाल यात्री उसे पाने के
लिए टूट पड़े. स्टेशन में उद्घोषणा के बावजूद यात्री सीट से उतर खुद प्लेटफॉर्म पर आ गये. छीना-झपटी में कई पॉकेट जमीन पर गिर गये.
कैंटीन संचालक, आरपीएफ एएसआइ को यात्रियों ने घेरा
भोजन का पॉकेट और पानी नहीं मिलने से हंगामा कर रहे यात्रियों को जब स्टॉल संचालक गोवर्धन और आरपीएफ के एएसआइ आरके रजक समझाने पहुंचे तो यात्रियों ने उन्हें घेर लिया. यात्रियों का कहना था कि जिस कोच में घटना हुई. उसी कोच के यात्रियों को पानी, भोजन नहीं मिला. आखिर कहां गया भोजन, पानी. यात्रियों को पानी व खाना देने की व्यवस्था में टाटानगर के एरिया मैनेजर ओपी चरण, स्टेशन डायरेक्टर एचके बलमुचू, डिप्टी एसएस एसके पति, सीनियर स्टेशन अधीक्षक ओपी शर्मा, खान-पान इंस्पेक्टर आरएन मिश्रा, आरपीएफ अोसी एमके सिंह, सिविल डिफेंस के संतोष कुमार, गीता कुमारी, संजय साहू, विमल पासवान और जन आहार कैंटीन के कर्मी जुटे हुए थे.
चालक को घेरने की तैयारी में जुटे थे यात्री
ट्रेन के नहीं चलने पर आक्रोशित यात्री ट्रेन के चालक को घेरने की तैयारी करने लगे थे, लेकिन समझाने के बाद यात्रियों ने घेराव टाल दिया.
गीतांजलि के आते ही पानी के लिए मची अफरा-तफरी
प्लेटफॉर्म संख्या 4 पर गीतांजलि एक्सप्रेस के आते ही स्टेशन में ठंडा पानी के लिए अफरा-तफरी मच गयी. वाटर वेडिंग मशीन और साधारण नल पर यात्रियों की लंबी लाइन पानी लेने के लिए लग गयी.
यात्रियों ने सुनाया हादसे का अनुभव
अचानक जोरदार आवाज से सहमे यात्री : वीरेंद्र कुमार
मुंबई हावड़ा मेल से टाटानगर आ रहे छोटा गोविंदपुर निवासी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि रात 2 बजे अचानक जोरदार आवाज हुई. इससे कोच में बैठे यात्री सहम गये. थोड़ी देर बाद पता चला कि पटरी से कोच नीचे उतर गया है. लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे. बाद में रेलवे और आरपीएफ जवानों ने मदद की.
जान बची तो लाखों पाये : रेखा कुमारी
मुंबई मेल से अपने पिता के साथ टाटानगर पहुंची रेखा कुमारी ने बताया कि वह कोच के ऊपर वाले बर्थ पर बैठी हुई थी. अचानक जोरदार आवाज हुई. बाद में पता चला कि तीन डिब्बे पटरी से उतर गये हैं. यह महज संयोग था कि किसी को कोई चोट नहीं लगा. शुक्र है जान बच गयी.
हादसे को भूल नहीं पायेंगे : बबलू सरकार
बबलू सरकार ने कहा कि ट्रेन लेट होने के कारण परेशानी हुई, लेकिन जान बच गयी इससे बड़ी बात और नहीं हो सकती. इस हादसे को भुला नहीं पायेंगे. कोच के यात्रियों को मुंबई से भुसावल तक जनरल कोच में आना पड़ा. बबलू ने कहा कि नागपुर में यात्रियों को बेहतर खाना दिया गया. इसके बाद कहीं भी कोई मदद नहीं मिली.
एस 12 और 13 के यात्रियों ने शुरू किया हंगामा
हंगामा मुंबई-हावड़ा मेल के एस 12 से शुरू हुआ. इसके बाद एस 13 के यात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर हंगामा मचाया. यात्रियों का कहना था कि एस 12 और एस 13 कोच पटरी से उतरी थी. जिस कोच में हादसा हुआ उस कोच के यात्रियों को नाश्ता-पानी नहीं दिया गया. उनका यह भी आरोप था कि गीतांजलि एक्सप्रेस टाटानगर में बाद में आयी फिर भी मुंबई मेल को रोक गीतांजलि एक्सप्रेस को पहले हावड़ा के लिए रवाना किया गया.

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