तीन अधिकारियों पर गिर सकती है गाज, जांच में लापरवाही उजागर

जादूगोड़ा/ मुसाबनी : यूसिल की बागजांता माइंस में बुधवार की दोपहर लूज (चट्टान) गिरने से दो ठेका श्रमिकों की मौत की घटना पर यूसिल के तीन पदाधिकारियों पर गाज गिर सकती है. सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में तीन पदाधिकारियों की लापरवाही सामने आयी है. जानकारी के अनुसार मजदूरों ने दुर्घटना की आशंका में उक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2018 5:07 AM
जादूगोड़ा/ मुसाबनी : यूसिल की बागजांता माइंस में बुधवार की दोपहर लूज (चट्टान) गिरने से दो ठेका श्रमिकों की मौत की घटना पर यूसिल के तीन पदाधिकारियों पर गाज गिर सकती है. सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में तीन पदाधिकारियों की लापरवाही सामने आयी है. जानकारी के अनुसार मजदूरों ने दुर्घटना की आशंका में उक्त स्थल पर काम करने से मना कर दिया था. इसके बावजूद तीनों अधिकारियों ने ठेकाकर्मियों को वहां कार्य करने को विवश किया.
वहीं घटना के दूसरे दिन गुरुवार को डीजीएमएस के उप निदेशक साकेत भारती ने बागजांता खदान में ढाई घंटे तक हादसे के कारणों की जांच की. शुक्रवार को भी खदान में जांच का काम जारी रहेगा. डीजीएमएस हादसे के दिन काम कर रहे अन्य मजदूरों से पूछताछ करेगी. इसके बाद वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजा जायेगी.
ठेकेदार ने जानबूझकर तो नहीं किया मजदूरों को मौत के हवाले?. मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर करीब ढाई बजे डीजीएमएस के अधिकारी बागजांता खदान पहुंचे. जांच के बाद दुर्घटना स्थल की घेराबंदी करने का आदेश दिया. जांच पूरी होने तक उक्त स्थल पर उत्पादन बंद रखने का आदेश यूसिल प्रबंधन को दिया.
चाईबासा में पदास्थापित डीजीएमएस के उप निदेशक साकेत भारती के साथ यूसिल के सेफ्टी ऑफिसर सह सहायक माइंस मैनेजर फाल्गुनी सरकार, बागजांता माइंस मैनेजर एसजी ईश्वर, सीजे कुजूर, माइनिंग मेट कनाई कर्मकार समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे. डीजीएमएस के अधिकारी शुक्रवार को जांच करेंगे कि क्या पहले से हादसे के खतरे का एहसास था. कहीं ठेकेदार ने जानबूझ कर ठेकाकर्मियों को मौत के हवाले तो नहीं किया.
घटना के दोषियाें की रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंपेंगे : भारती. यूसिल गेस्ट हाउस में डीजीएमएस के उप निदेशक साकेत भारती ने बताया कि घटना की जांच के लिए टीम बनायी गयी है. टीम ने गुरुवार को स्थल का निरीक्षण किया. शुक्रवार को भी निरीक्षण करेगी. घटना से संबंधित मजदूरों व अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली जायेगी. जांच में जो दोषी मिलेंगे, इसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारी को सौंपेंगे.
मजदूरों को दी जाती हैं सुविधाएं : ईश्वर. बागजाता माइंस मैनजर एसजी ईश्वर ने बताया कि मजदूर किसी अफवाह में न पड़ें. माइंस में जाने वाले मजदूरों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाती है. अगर कुछ सामग्री नहीं रहती है, तो दूसरी माइंस से मंगायी जाती है.
दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंपा. दूसरी ओर, गुरुवार को दोनों मृत ठेका कर्मी बाकड़ा निवासी मधु हांसदा और बागजांता निवासी गणेश हेम्ब्रम के शव का घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया. इसके बाद पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया.
गांव में मातम का माहौल. पोस्टमार्टम के बाद ठेका मजदूर मातू हांसदा का शव बाकड़ा तथा गणेश हेंब्रम का शव बागजांता बुरूटोला लाया गया. शवों के गांव पहुंचते ही पूरा गांव एक बार फिर शोक में डूब गया. मातू हांसदा के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. मातू हांसदा व गणेश हेंब्रम के अंतिम संस्कार के लिए ठेका कंपनी एके इंटरप्राइजेज की ओर से तत्काल पांच-पांच हजार की राशि परिजनों को दी गयी.
जादूगोड़ा मिल को नहीं होगा नुकसान
माइंस में उत्पादन ठप होने से जादूगोड़ा मिल को यूरेनियम अयस्क की कमी नहीं होगी. जादूगोड़ा मिल को किसी प्रकार की नुकसान नहीं होगा. यूसिल प्रबंधन ने मिल सुचारू रूप से चलाने के लिए पहले से यूरेनियम अयस्क का स्टॉक रखा है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई : माइंस मैनेजर
बागजांता माइंस मैनजर एसजी ईश्वर ने तीन अधिकारियों को जिम्मेवार मानने व गाज गिरने की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि टीम की जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.
माइंस रहा बंद, आज से हो सकता है काम
घटना के बाद बुधवार को दोपहर की पाली से गुरुवार को दिनभर बागजांता माइंस में पूरी तरह उत्पादन ठप रखा गया. शुक्रवार को प्रबंधन मजदूरों के साथ बैठक कर खदान के दुर्घटना वाली यूनिट को छोड़ अन्य हिस्सों में उत्पादन शुरू करेगा.

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