फादर और सिस्टर ने लड़कियों का कराया गैंगरेप: कल्याणी
जमशेदपुर : राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने खूंटी के कोचांग में पांच लड़कियों के साथ गैंगरेप को ईसाई मिशनरी की साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा कि फादर व सिस्टर ने सरकार को बदनाम करने के लिए खूंटी में पांच लड़कियों का गैंगरेप कराया. शनिवार को जमशेदपुर के टेल्को स्थित अपने आवास […]
जमशेदपुर : राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने खूंटी के कोचांग में पांच लड़कियों के साथ गैंगरेप को ईसाई मिशनरी की साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा कि फादर व सिस्टर ने सरकार को बदनाम करने के लिए खूंटी में पांच लड़कियों का गैंगरेप कराया. शनिवार को जमशेदपुर के टेल्को स्थित अपने आवास पर प्रभात खबर से बातचीत में श्रीमती शरण ने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम घटना की जांच के लिए गयी थी. वह रात के समय पहुंची. पीड़िताओं से मिलने गयी. लड़कियों ने जो बताया वह रोंगटे खड़े कर देने वाला था. घटना से झारखंड ही नहीं पूरा देश शर्मसार है.
कोई दूसरा होता, तो लग जाती आग : कल्याणी शरण ने कहा कि खूंटी गैंगरेप में आदिवासी युवकों ने ही आदिवासी लड़कियों काे प्रताड़ित किया. इस मुद्दे पर आदिवासियों की राजनीति करने वाले चुप है. फादर व ईसाई मिशनरियों द्वारा नुक्कड़ नाटक करने के लिए 250 रुपये प्रतिदिन पर लड़के और लड़कियों को रखा गया था. उन्होंने कहा कि किसी और के साथ ऐसा हुआ होता तो झारखंड में आग लग जाती. आज आदिवासी समाज के लोग चुप क्यों बैठे हैं?
सरकार को अशांत करने की साजिश: श्रीमती शरण ने बताया कि अब तक राज्य में इसी तरह का खेल चलता रहा. सरकार को अशांत रखो. लेकिन जनता ने बहुमत की सरकार पांच साल के लिए बनवा दिया, तो इस सरकार को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची गयी.
बेहरमी से पीटा, बर्बरता की पार की हद : श्रीमती शरण ने बताया कि पांचों लड़कियों ने बताया है, जिसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. युवतियों ने बताया है कि उनकी गाड़ी रोककर लड़कों को बंद कर दिया गया. लड़कियों को दस किलोमीटर ऊपर पहाड़ पर ले जाया गया. गरमी के मौसम में दोपहर डेढ़ बजे प्यास से तड़प रही युवतियों की पिटाई की और शारीरिक प्रताड़ना देकर गैंगरेप किया. उनके मोबाइल ले लिये गये थे.
पीड़ितों को हो रही बसाने की कोशिश
: श्रीमती शरण ने कहा कि मामले में आयोग गंभीर है. दोषियों को हर हाल में सजा मिलेगी. पीड़ितों का इलाज चल रहा है. उनके खाते में एक-एक लाख रुपये दिये गये हैं. हालांकि यह क्षतिपूर्ति नहीं है. एक लड़की की शादी होने वाली थी. एक 18 साल की है. एक महिला विधवा है. जो हुआ गलत हुआ अब समाज में फिर से उन्हें बसाने का प्रयास किया जा रहा है.
फादर गार्जियन होता है, सुरक्षा में ले जाते तो ऐसी घटना नहीं होती
महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि फादर ने पत्थलगड़ी के इलाके में नुक्कड़ नाटक के लिए सामाजिक संस्था के लड़के-लड़कियों को भेज दिया. इसकी जानकारी पुलिस या मीडिया को नहीं दी. ‘संवेदनशील इलाके में लड़के-लड़कियों को बिना सूचना भेजना संदेह पैदा करता है. इससे फादर से लोगों का विश्वास उठ जायेगा. श्रीमती शरण ने बताया कि लड़कियों ने बयान दिया है कि अपहरण और दुष्कर्म करने वाले लड़कों से फादर ने बातचीत की थी.
फादर को उन्होंने रास्ते में ही रोक दिया था. आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि यह विश्वास के साथ कह सकती हूं कि ईसाई मिशनरियों और पत्थलगड़ी से जुड़े लोगों की मिलीभगत से घटना को अंजाम दिया गया ताकि सरकार को बदनाम किया जा सके. कल्याणी शरण ने कहा कि फादर गार्जियन की भूमिका में पुलिस व मीडिया को साथ लेकर जाते तो यह घटना नहीं घटती. लेकिन न सिस्टर गयी और न ही फादर. यह उनकी भूमिका पर संदेह पैदा करता है.