जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारी को इतनी फुर्सत नहीं है कि अगर किसी मरीज को ऑक्सीजन व स्लाइन लगा है, तो उसकी आगे की स्थिति क्या है, इसकी जानकारी ले सकें. ऐसा ही एक मामला बुधवार को एमजीएम के इमरजेंसी वार्ड में देखने को मिला. साकची पुलिस मंगलवार की रात ग्रामीण बैंक के पास सड़क दुर्घटना में घायल एक अज्ञात व्यक्ति को इलाज के लिए एमजीएम लेकर आयी थी, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद घायल को इलाज के लिए भर्ती कर लिया था.
साथ ही इलाज शुरू कर दिया था. घायल काे सांस लेने में दिक्कत को देखते हुए उसको ऑक्सीजन लगा दिया गया. साथ ही स्लाइन भी लगाया गया था. इलाज के दौरान ही घायल की मौत हो गयी, जिसके बारे में न तो डॉक्टर को कोई जानकारी थी और न ही कर्मचारी को. मौत होने के बाद लगभग दो घंटे तक घायल को ऑक्सीजन लगा रहा. अज्ञात होने के कारण घायल के साथ कोई नहीं था.
घायल को चढ़ रहे स्लाइन के खत्म होने पर भी जब कोई नहीं आया, तो उसके बगल में इलाज करा रहे मरीज के परिजन ने स्लाइन खत्म होने की जानकारी कर्मचारियों को दी. इसके बाद जब कर्मचारी स्लाइन देखने पहुंचे, तो घायल की मौत हो चुकी थी. फिर शव को 4.30 बजे अस्पताल में बने शीतगृह में रख दिया गया.