मंत्री ने अंडे की जांच हैदराबाद में कराने की दी सलाह
जमशेदपुर : साकची स्थित रिलायंस फ्रेश से मंत्री सरयू राय द्वारा लिये गये अंडे की राज्य स्तर पर करायी गयी जांच की रिपोर्ट आ चुकी है. रिपोर्ट के आने के बाद मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव को सलाह दी है कि इसको हैदराबाद भेजा जाना चाहिए.श्री राय ने सुझाव दिया है कि जिन […]
जमशेदपुर : साकची स्थित रिलायंस फ्रेश से मंत्री सरयू राय द्वारा लिये गये अंडे की राज्य स्तर पर करायी गयी जांच की रिपोर्ट आ चुकी है. रिपोर्ट के आने के बाद मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव को सलाह दी है कि इसको हैदराबाद भेजा जाना चाहिए.श्री राय ने सुझाव दिया है कि जिन अंडों का नमूना जांच में घटिया पाये गये हैं, उन्हें हैदराबाद के सीसीएमबी (सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मोलेकुलर बायलॉजी) प्रयोगशाला में भेजवाया जाये, जहां यह जांच हो सके कि ये अंडे मुर्गी के हैं या किसी अन्य जानवर के हैं या फिर कृत्रिम तरीके से बनवाये गये हैं.
उन्होंने कहा कि इसका कारण यह है कि उबालकर तोड़ने पर इन अंडों की खोल के भीतर का उजला आवरण कड़ा होकर मुलायम प्लास्टिक जैसा हो जाता है. वहीं कच्चा अंडा के टूटने पर असहनीय बदबू निकलती है, वह सड़े हुए अंडे से बिल्कुल अलग है. श्री राय ने अपने पत्र में कहा है कि इस बारे में जानना जरूरी है कि कहीं यह मिलावटी, नकली खाद्य पदार्थ के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक षड्यंत्र से जुड़ा हुआ है या नहीं.
इस मामले के विभिन्न आपराधिक पहलुओं की गहराई से जांच आवश्यक है. श्री राय ने खाद्य आपूर्ति विभाग को निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंडों की जांच का प्रतिवेदन वे भारत सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्रालय को भेजकर निर्देश मांगे कि अंडों के ऐसे व्यवसाय को नियंत्रित करने के लिये क्या किया जा सकता है.
रिलायंस फ्रेश में मिला अंडा नेचुरल, लेकिन सड़ा था
जमशेदपुर. साकची स्थित रिलायंस फ्रेश से दस जुलाई को लिये गये तथाकथित प्लास्टिक के अंडे नेचुरल मिले हैं. इसकी जांच रिपोर्ट रांची के नामकुम स्थित राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला ने मंत्री सरयू राय और राज्य के स्वास्थ्य सचिव को सौंप दी है. जांच में यह पाया गया है कि अंडा सड़ा हुआ था. यह अंडा नमक पानी में नीचे नहीं गया, जबकि इसकी दुर्गंध काफी ज्यादा थी.
सामान्य अंडे में यह नहीं होती है और सूखा हुआ या कुछ भी ऐसा नहीं होता है, जिससे लोग खा नहीं सके. जांच में अमोनिया की मात्रा पायी गयी है, जबकि इसमें अमोनिया नहीं होनी चाहिए थी. अपनी रिपोर्ट में फूड एनालिस्ट चतुर्भुज मीना ने लिखा है कि ये सारे अंडे काफी पुराने थे और सड़ चुके थे.