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दो फर्जी शिक्षिकाओं पर एफआइआर दर्ज

जमशेदपुर : टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में फर्जीवाड़ा कर शिक्षिका बनी दो महिलाओं पर तीन माह बाद आखिरकार प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा ने गोलमुरी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बी कृष्णा कुमारी अौर लक्ष्मी पर गलत दस्तावेज पर शिक्षिका की नौकरी लेकर सरकार के लाखों रुपये चूना लगाने का आरोप है. शनिवार को जिला […]

जमशेदपुर : टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में फर्जीवाड़ा कर शिक्षिका बनी दो महिलाओं पर तीन माह बाद आखिरकार प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा ने गोलमुरी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बी कृष्णा कुमारी अौर लक्ष्मी पर गलत दस्तावेज पर शिक्षिका की नौकरी लेकर सरकार के लाखों रुपये चूना लगाने का आरोप है.
शनिवार को जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने मामले में प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा को फटकार लगायी अौर शिक्षिका की फर्जी बहाली में उनकी भूमिका पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि तीन माह पूर्व ही तत्कालीन स्कूल प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ ही दोनों महिलाओं पर एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया गया था, फिर किन परिस्थितियों में तीन माह तक रिपोर्ट नहीं दर्ज करायी गयी. जिला शिक्षा अधीक्षक की चेतावनी के बाद प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
क्या है पूरा मामला : टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में बी. कृष्णा कुमारी अौर लक्ष्मी शिक्षिका तनुजा साव अौर शशिबाला का सर्टिफिकेट दिखाकर नौकरी पा ली थी. दोनों ने असली नाम बदलकर 12 साल तक नौकरी की. जांच में पता चला कि जिस तनुजा साव के नाम पर फर्जी शिक्षिका बनकर बी कृष्णा कुमारी नौकरी कर रही है वह फिलहाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोदरा टोला में सहायक शिक्षिका हैं. टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में 12 साल पहले तनुजा साव के नाम पर बहाल हुई फर्जी शिक्षिका का असली नाम बी कृष्णा कुमारी, जबकि शशिबाला के नाम पर बहाल फर्जी शिक्षिका का असली नाम लक्ष्मी है.
एक करोड़ होगी रिकवरी : दोनों फर्जी शिक्षिकाअों ने लगभग 86 लाख रुपये का चूना सरकार को लगाया है. सर्टिफिकेट केस कर एक करोड़ की वसूली इनसे की जायेगी.
जमशेदपुर. टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में फर्जीवाड़ा कर शिक्षिका बनी दो महिलाओं पर तीन माह बाद आखिरकार प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा ने गोलमुरी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बी कृष्णा कुमारी अौर लक्ष्मी पर गलत दस्तावेज पर शिक्षिका की नौकरी लेकर सरकार के लाखों रुपये चूना लगाने का आरोप है. शनिवार को जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने मामले में प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा को फटकार लगायी अौर शिक्षिका की फर्जी बहाली में उनकी भूमिका पर भी सवाल उठाया.
उन्होंने कहा कि तीन माह पूर्व ही तत्कालीन स्कूल प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ ही दोनों महिलाओं पर एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया गया था, फिर किन परिस्थितियों में तीन माह तक रिपोर्ट नहीं दर्ज करायी गयी. जिला शिक्षा अधीक्षक की चेतावनी के बाद प्रिंसिपल बसंत कुमार मिश्रा ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
क्या है पूरा मामला : टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में बी. कृष्णा कुमारी अौर लक्ष्मी शिक्षिका तनुजा साव अौर शशिबाला का सर्टिफिकेट दिखाकर नौकरी पा ली थी. दोनों ने असली नाम बदलकर 12 साल तक नौकरी की. जांच में पता चला कि जिस तनुजा साव के नाम पर फर्जी शिक्षिका बनकर बी कृष्णा कुमारी नौकरी कर रही है वह फिलहाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोदरा टोला में सहायक शिक्षिका हैं. टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में 12 साल पहले तनुजा साव के नाम पर बहाल हुई फर्जी शिक्षिका का असली नाम बी कृष्णा कुमारी, जबकि शशिबाला के नाम पर बहाल फर्जी शिक्षिका का असली नाम लक्ष्मी है.
एक करोड़ होगी रिकवरी : दोनों फर्जी शिक्षिकाअों ने लगभग 86 लाख रुपये का चूना सरकार को लगाया है. सर्टिफिकेट केस कर एक करोड़ की वसूली इनसे की जायेगी.

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