स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची, इलाज मिला
जमशेदपुर : सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय बनवाया जा रहा है. वहीं शहर से कुछ ही दूर स्थित सोमाय झोपड़ी सहित आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी घर से बाहर मैदान या तालाब के किनारे शौच के लिए जाते हैं. वहीं उसी तालाब में स्नान करते हैं. इसके […]
जमशेदपुर : सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय बनवाया जा रहा है. वहीं शहर से कुछ ही दूर स्थित सोमाय झोपड़ी सहित आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी घर से बाहर मैदान या तालाब के किनारे शौच के लिए जाते हैं. वहीं उसी तालाब में स्नान करते हैं. इसके साथ ही कई नल से निकलने वाले गंदे पानी पीने के काम में लाते हैं.
जिसके कारण सोमाय झोपड़ी व उसके आसपास रहने वाले लोग डायरिया के चपेट में आ रहे हैं. सोमाय झोपड़ी के पास स्थित एक तालाब है उसमें लोगों को घर का कचरा फेंका जाता है. बस्ती का गंदा पानी भी उसी तालाब में जमा होता है. उसी गंदे पानी में लोग स्नान करते हैं. अभी तक सोमाय झोपड़ी व उसके आसपास लगभग 30 डायरिया के मरीज मिले हैं, जिनको रविवार को स्वास्थ्य हेल्थ कैंप में दवा दी गयी.
धातकीडीह गयी टीम, जुस्को ने लिया पानी का सैंपल
जमशेदपुर : शहर में जॉन्डिस से एक मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी. सोमवार को सर्विलांस विभाग की टीम धातकीडीह पहुंची और ए ब्लॉक, बी ब्लॉक, बीएच एरिया आदि में दर्जनों पीड़ित व आम लोगों से जानकारी ली. अधिकांश लोगों ने जॉन्डिस के पीछे गंदा पानी पीने को मुख्य कारण बताया.
घंटों निरीक्षण के बाद जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ साहिर पाल ने जुस्को एमडी को पत्र लिखकर धातकीडीह अौर आस-पास के इलाके में जॉन्डिस के प्रकोप, गंदे पानी की आपूर्ति आदि पर बिंदुवार रिपोर्ट मांगी है. जांच टीम में डॉ साहिर पाल के अलावा एमजीएम अस्पताल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पदाधिकारी, एपी रेडियोजॉलिस्ट विभाग के पदाधिकारी व कर्मी शामिल थे.
उधर, सोमवार सुबह जुस्को ने पानी का सैंपल लेकर उसका केमिकल टेस्ट किया. जांच के बाद पानी की क्वालिटी को बेहतर बताते हुए जुस्को ने टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद को रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि गंदा पानी की आपूर्ति का यह मामला नहीं है. बैक्टीरिया की जांच के लिए सैंपल लैब में भेजा गया है. एक-दो दिन में रिपोर्ट आने की संभावना है. टाटा स्टील के कर्मचारी ही उस इलाके में अधिक रहते है, इस कारण यूनियन अध्यक्ष ने जुस्को से रिपोर्ट मांगा था.
जॉन्डिस प्रभावितों की संख्या बढ़ी. धातकीडीह में जॉन्डिस प्रभावितों की संख्या बढ़ने के बाद प्रभात खबर की टीम ने पहुंचकर पीड़ितों से बात की. धातकीडीह एक ब्लॉक, लाइन नंबर 5, होल्डिंग नंबर 55 में ए अजीत हसनैन की पत्नी इस्तारा बेगम जॉन्डिस से पीड़ित हैं. वह घर पर इलाज करा रही है. सहवाज खान, धातकीडीह मार्केट एरिया, हरूण अकबाल ए ब्लॉक, कलीम टेंपो वाला, परवेज मिस्त्री, तौसिक सुलेमान टाल वाला, मोइन, चांद रेडिया मैदान, अफताब, इकरार (चांद टेलर) भी जॉन्डिस से पीड़ित हैं.
नहीं है पीने के पानी की समुचित व्यवस्था
सोमाय झोपड़ी सहित उसके आसपास बरसात के दौरान पानी दूषित हो जाता है. अधिकतर लोग चापाकल का पानी पीते हैं, लेकिन बरसात में चापाकल से गंदा पानी निकलने लगता है. वहां के लोग उसे ही पीने के काम में लाते है. बस्ती में अधिकतर चापाकल तालाब व नाला के किनारे लगाया गया है, जिससे नलों में भी प्रदूषित पानी निकल रहा है.
लेकड़ो में कैंप लगाकर पीड़ितों को दी गयी दवा
पटमदा. डायरिया पीड़ित लेकड़ो गांव में सोमवार को पटमदा सीएचसी के डॉ प्रशांत रंजन के नेतृत्व में कैंप लगाकर डेढ़ दर्जन से अधिक पीड़ितों को दवा दी गयी. रविवार को सिविल सर्जन सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में कैंप लगा कर दो दर्जन डायरिया पीड़ितों को दवा दी गयी थी. पटमदा जिला परिषद सदस्य चंपा मुर्मू ने कहा कि ग्रामीण गांव के चापाकल में लगाये गये टंकी एवं कुआं का पानी पीते हैं.
डॉ प्रशांत रंजन ने कहा कि गांव में डायरिया पर काबू पाने के लिए कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है. आज पूरे गांव में ब्लीचिंग का छिड़काव किया गया है. टैंक व चापाकल के पानी का भी सैंपल लिया गया है. ग्रामीणों को पानी उबाल कर पीने, खेत व गड्ढे से मछली पकड़कर खाने को मना किया गया है. डॉक्टरों की टीम में सरूप षाडंगी, एएनएम सविता, सहिया आदि शामिल थी.