पहले बारिश फिर ओड़िशा ने बढ़ायी परेशानी
जमशेदपुर : दो दिनों की बारिश और फिर ओड़िशा के रायरंगपुर स्थित ब्यांगबिल डैम का एक फाटक खुलने के बाद सोमवार को खरकई और सुवर्णरेखा नदी पूरी उफान पर आ गयी. नदियों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए चांडिल डैम के तीन और गालूडीह बराज के आठ फाटक खोल दिये गये. खरकई का जलस्तर खतरे […]
जमशेदपुर : दो दिनों की बारिश और फिर ओड़िशा के रायरंगपुर स्थित ब्यांगबिल डैम का एक फाटक खुलने के बाद सोमवार को खरकई और सुवर्णरेखा नदी पूरी उफान पर आ गयी. नदियों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए चांडिल डैम के तीन और गालूडीह बराज के आठ फाटक खोल दिये गये. खरकई का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है.
बागबेड़ा की नया बस्ती में 60 घरों में खरकई नदी का पानी घुस गया है. बड़ौदा घाट जाने वाला पुल भी डूब गया है. शहर के बागबेड़ा, जुगसलाई, कदमा शास्त्रीनगर, रामनगर, हाड़गोदाम, श्यामनगर, मानगो आदि से बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थान (बाढ़ राहत केंद्र) पर पहुंचाया गया. लगातार बारिश से शहर के निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया है.
कोदर नाला का डायवर्सन बहा. बारिश ने पूरे कोल्हान में तबाही मचायी है. गालूडीह में तेज बारिश के कारण कोदर नाला उफान पर आ गया. इससे सोमवार सुबह एनएच-33 का डायवर्सन और कोदर पुलिया सोमवार सुबह तेज बारिश में बह गये. इससे एनएच-33 पर सुबह नौ बजे से आवागमन ठप हो गया.
दोनों ओर पांच-पांच किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. सैकड़ों बस व ट्रक फंसे रहे. सूचना मिलने के बाद फोरलेन का काम कर रही दिलीप विल्डकॉन नामक ठेका कंपनी के अधिकारियों और कर्मी तुरंत मरम्मत के काम में लग गये. करीब सात घंटे बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका. मरम्मत कार्य के बाद यातायात सामान्य हो पाया. पिछले साल बरसात में कापागोड़ा के पास डायवर्सन बह जाने से चार दिनों तक एनएच 33 पर आवागमन ठप था.
सरायकेला में भी आफत. राजनगर-सरायकेला मुख्य मार्ग के सोड़ोगपोसी गांव में पुलिया निर्माण के लिए बनाया गया डायवर्सन भी भारी बारिश में बह गया.
अगले तीन दिनों तक राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक बादल छाये रहेंगे. रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी. मूसलाधार बारिश भी संभव है. शहर में पिछले 24 घंटे में कुल 235.8 मिमी बारिश हुई है. यह अगस्त महीने में 24 घंटे में दूसरी सबसे अधिक बारिश है. हालांकि इससे पूर्व वर्ष 2016 में अगस्त महीने में 238.8 मिलीमीटर बारिश हुई थी. सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस थी. जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है.
सरायकेला
सोड़ोगपोसी गांव में डायवर्सन बहा. इससे राजनगर प्रखंड के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा
राजनगर के कुजू डैम से निकलनेवाली नहर का पानी कई गांवों तक पहुंच
गोपीनाथपुर गांव में तीन घरों की दीवार गिरी
शहर में कोर्ट परिसर के चारों ओर पानी, अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया
अनुमंडल कार्यालय के मुख्य गेट पर पानी भरा
भीमखंदा मंदिर पूरी तरह डूबा
खरसावां
खरकई व सोना नदी उफान पर. खरकई सामान्य से करीब तीस फीट ऊपर बह रही
संजय नदी का जलस्तर सामान्य से बीस फीट ऊपर. पानी पुल से मात्र पांच फीट नीचे बह रहा.
चाईबासा
कार्यालयों में छतों से पानी टपक रहा
सदर अस्पताल, जिला जनसंपर्क कार्यालय के बाहर जल जमाव
वैतरणी नदी उफान पर, जैंतगढ़, बांसकाटा ब्रहम्पुर, देवगांव, रामोसाही के लोग भयभीत