सदर अस्पताल में 16 डॉक्टरों के पद खाली
जमशेदपुर : खासमहल स्थित 100 बेड के सदर अस्पताल को मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया गया है. इस अस्पताल को केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही कायाकल्प योजना का प्रथम पुरस्कार भी मिल चुका है. इसके बाद भी अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. अस्पताल में प्रतिदिन 200 से ज्यादा मरीज […]
जमशेदपुर : खासमहल स्थित 100 बेड के सदर अस्पताल को मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया गया है. इस अस्पताल को केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही कायाकल्प योजना का प्रथम पुरस्कार भी मिल चुका है. इसके बाद भी अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. अस्पताल में प्रतिदिन 200 से ज्यादा मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं, जिसमें से आठ से 10 को भर्ती किया जाता है, लेकिन डॉक्टर के अभाव में मरीजों का सही से इलाज नहीं हो पाता है. इसके कारण मरीजों को दूसरे अस्पताल में रेफर करना पड़ता है. सौ बेड के सदर अस्पताल में डॉक्टरों के 30 पोस्ट हैं, जिसमें से से सिर्फ 14 डॉक्टर नियुक्त हैं. उनके द्वारा ही अस्पताल मेें ओपीडी, इमरजेंसी, वार्ड और ओटी देखना होता है.
अस्पताल में नहीं है मेडिसिन और सर्जरी के डॉक्टर. सदर अस्पताल में मेडिसिन और सर्जरी के एक भी डॉक्टर नहीं हैं. इसके कारण अस्पताल में नियुक्त 11 मेडिकल ऑफिसर से ही रोस्टर के अनुसार इमरजेंसी और मेडिसिन ओपीडी में ड्यूटी कराया जा रहा है. वहीं अस्पताल में सर्जन के नहीं होने के कारण इसका ओपीडी बंद रहता है.
इससे संबंधित कोई भी मरीज अगर सदर अस्पताल इलाज कराने के लिए आते हैं, तो उसे एमजीएम रेफर कर दया जाता है. कुछ दिन पहले सदर अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए आयीं स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने भी जल्द से जल्द मेडिसिन व सर्जरी विभाग के डॉक्टर उपलब्ध करा देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हो सकी है.