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आदिवासी और पिछड़े वर्ग के 120 छात्र होंगे लाभान्वित, झारखंड की राज्यपाल ने जमशेदपुर में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद स्टूडेंट्स हॉस्टल का किया उद्घाटन

Jharkhand News, Ranchi News, रांची :साकची में रामकृष्ण मिशन के नवनिर्मित हॉस्टल का उद्घाटन करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि रामकृष्ण मिशन की जमशेदपुर शाखा, जमशेदपुर शहर में विभिन्न स्तर के 16 स्कूल चलाती है, जिसमें 12 हजार छात्र नामांकित हैं. 110 लड़कों के लिए हॉस्टल है, जिसमें 65 लड़के अनुसूचित जनजाति और 45 लड़के अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़े समुदायों के हैं. 200 झुग्गी- झोपड़ी के बच्चों के लिए एक गैर-औपचारिक स्कूल है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2021 3:46 PM

Jharkhand News, Ranchi News, रांची : झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने जमशेदपुर स्थित साकची में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद स्टूडेंट्स होम के नवनिर्मित हॉस्टल का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि हॉस्टल के निर्माण से आदिवासी और पिछड़े वर्ग के 120 छात्र लाभान्वित होंगे. इस परियोजना को पूरा करने के लिए CSR के तहत 2.14 करोड़ की राशि अनुदान में देने का कार्य किया. इससे 3 मंजिला हॉस्टल भवन का निर्माण हुआ. इस प्रकार के कल्याणकारी कार्य एवं परोपकार द्वारा रामकृष्ण मिशन स्वामी विवेकानंद के सपनों को पूर्ण करने की दिशा में अग्रसर भूमिका का निर्वहन कर रहा है.

साकची में रामकृष्ण मिशन के नवनिर्मित हॉस्टल का उद्घाटन करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि रामकृष्ण मिशन की जमशेदपुर शाखा, जमशेदपुर शहर में विभिन्न स्तर के 16 स्कूल चलाती है, जिसमें 12 हजार छात्र नामांकित हैं. 110 लड़कों के लिए हॉस्टल है, जिसमें 65 लड़के अनुसूचित जनजाति और 45 लड़के अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़े समुदायों के हैं. 200 झुग्गी- झोपड़ी के बच्चों के लिए एक गैर-औपचारिक स्कूल है.

उन्होंने कहा कि देश के महान देशभक्त संत एवं रामकृष्ण देव के अग्रणी शिष्य स्वामी विवेकानंदजी ने आत्मनो मोक्षार्थम् जगद्धिताय च, आत्ममुक्ति एवं जगत का हित के आदर्श वाक्य के साथ रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की. स्वामीजी ने कहा कि हमारे देश की पहली आवश्यकता है शिक्षा को जनसाधारण के बीच फैलाना. ऐसी शिक्षा जिससे भारत के युवाओं का सर्वांगीण विकास हो. मनुष्य निर्माणकारी, चरित्र निर्माणकारी शिक्षा.

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उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन आध्यात्मिक संस्था होने के साथ जनसेवा के कार्यों की दिशा में सतत प्रयासरत है. चाहे वह किसानों को उन्नत कृषि तकनीक का प्रशिक्षण देने का प्रश्न हो या शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जैसे अहम विषय हो. रामकृष्ण मिशन अपने साप्ताहिक मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला- खरसावां जिले के विभिन्न स्थानों पर अपने 6 क्लिनिकों के माध्यम से नि:शुल्क चिकित्सा उपचार करने के साथ वार्षिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन करता है.

उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण ब्लड बैंक में ब्लड की कमी हुई है. यह संस्था रक्तदान में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करें, ताकि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु रक्त न मिलने की वजह से न हो. साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि यह संस्था जनजाति छात्र/छात्राओं के लिए एक मुफ्त टंकण (Type Writing) और कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान का भी संचालन कर रहा है. उन्होंने प्लेसमेंट सेल (Placement Cell) का भी गठन करने की अपील की है, ताकि इन युवाओं को कहीं रोजगार मिल सके.

Posted By : Samir Ranjan.

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