अपने ही अपनों को उतार रहे मौत के घाट, पोते ने किया दादी का कत्ल
जमशेदपुर : लौहनगरी में हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं घटी है, जिसमें रुपये और आपसी विवाद को लेकर अपनों ने ही अपनों को मौत के घाट उतार दिया है.छोटी-छोटी घरेलू बातें और रुपये की लेन-देन में रिश्ते का एक बार फिर खून बहाया गया शनिवार को बालीगुमा स्थित ग्रीन सिटी में. यहां 80 […]
जमशेदपुर : लौहनगरी में हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं घटी है, जिसमें रुपये और आपसी विवाद को लेकर अपनों ने ही अपनों को मौत के घाट उतार दिया है.छोटी-छोटी घरेलू बातें और रुपये की लेन-देन में रिश्ते का एक बार फिर खून बहाया गया शनिवार को बालीगुमा स्थित ग्रीन सिटी में. यहां 80 साल की वृद्धा ए शकुंतला की उसके ही पोते ए निखिल और ए हर्षित ने रुपये नहीं देने पर चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी.
वृद्धा की हत्या से लोगों के रोंगटे खड़े हो गये. पूर्व में भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है. छोटी-छोटी बातों को लेकर रिश्तों में दूरियां बढ़ रही है. ऐसे में पुलिस को जांच और अनुसंधान में नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
अनुसंधान में पुलिस को मिलती है चुनौती
घरेलू विवाद में होने वाली हत्याओं की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को काफी सजगता बरतनी होती है. शक के आधार पर परिवार के लोगों से पूछताछ की जाती है, तो पीड़ित परिवार ही इसका विरोध करते हैं. ऐसे में हत्यारोपी के सामने होने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ नहीं पाती है. पुख्ता सबूत के बाद परिवार के लोगों को समझाकर ही ऐसे केस का निष्पादन किया जाता है.
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक
मनोचिकित्सक डाॅ दीपक गिरि ने बताया कि समाज में गलत लोगों के साथ रहने के कारण इस प्रकार की घटनाएं हो रही है. संयुक्त परिवार के समाप्त होने के कारण लोग रिश्तों का महत्व नहीं समझ पाते हैं. संस्कार की कमी होती जा रही है, ऐसे में लोगों के भीतर परिवार को लेकर जो सम्मान होना चाहिए, वह समाप्त होता जा रहा है.
आजकल लोग केवल अपनी डिमांड पूरी करने में लगे होते हैं. इसके लिए वे कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं. ऐसी मनोवृत्ति लोगों में बचपन से ही देखी जाती है. प्रारंभिक स्टेज में ही इन बातों पर ध्यान देना चाहिए और उनका सही इलाज करवाना चाहिए. नहीं तो बाद में इस तरफ की घटनाएं सामने आती हैं.
केस : 1
16 नवंबर 2016 : मानगो डिमना रोड के मधुसूदन डी चौधरी में रहने वाले बैंक मैनेजर शशि कुमार ने अपनी पत्नी मंजू और एक वर्ष के बेटे द्वीज की हत्या सुपारी देकर करवा दी थी. हत्या करने का जो कारण सामने आया था, उसमें संपत्ति और बैंक मैनेजर का एक लड़की से अवैध रिश्ता था.
केस : 2
28 जून 2016 : कदमा की खेमलता साहू की हत्या उसके ही भतीजे ने क्वार्टर में कर दी थी. इसके बाद वह मौके से फरार हो गया था. हत्या के पीछे दोनों के बीच अवैध संबंध की बात सामने आयी. पुलिस ने आरोपी भतीजे को मोबाइल ट्रेस कर जांच के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
केस : 3
6 जनवरी 2017 : टेल्को के शिवजी प्रसाद की हत्या उसके ही बेटे जितेंद्र कुमार ने दाेस्तों को रुपये का लालच देकर दुकान खोलने के दौरान सुबह में करवा दी थी. पुलिस ने बेटे से थाना में जब पूछताछ की तो हत्या का खुलासा हुआ. जितेंद्र की नजर अपने पिता की दुकान और संपत्ति पर थी.