सेना के जवान पढ़ेंगे मैनेजमेंट फंडा
जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ में सेना के जवानों के लिए खास तौर पर एग्जिक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है. इसमें थल सेना, नौ सेना और वायु सेना के जवान ही शामिल हो सकेंगे. इसके लिए कुल सीटों की संख्या 60 होगी. इसके लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रलय और एक्सएलआरआइ के साथ एक करार […]
जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ में सेना के जवानों के लिए खास तौर पर एग्जिक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है. इसमें थल सेना, नौ सेना और वायु सेना के जवान ही शामिल हो सकेंगे. इसके लिए कुल सीटों की संख्या 60 होगी.
इसके लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रलय और एक्सएलआरआइ के साथ एक करार किया गया है. सेना की ओर से दिये जाने वाले जवानों की सूची को एक्सएलआरआइ प्रबंधन की ओर से कोर्स में शामिल करवाया जायेगा. हालांकि जानकारी के अनुसार अब तक यह होता आया था कि सेना की ओर से जिन जवानों की सूची भेज दी जाती थी, उन्हें कोर्स में शामिल करवा लिया जाता था, लेकिन इस बार कोर्स को लेकर अलग से एक साक्षात्कार लिया जायेगा. इसमें सफल जवानों को ही दाखिला दिया जायेगा. एक्सएलआरआइ में पहले यह कोर्स कराया जा रहा था, लेकिन इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन एक बार फिर से इसे लांच किया जा रहा है. जुलाई से इसकी शुरुआत की जायेगी.
छह महीने का होगा कोर्स
एग्जिक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम के कोर्स की अवधि 6 महीने की होगी. इस कोर्स को अलग-अलग तीन भागों में बांटा गया है. यह पूरी तरह से रेसिडेंसियल कोर्स होगा. इसमें एक भाग के कोर्स की अवधि 2 महीने की होगी.
क्या है उद्देश्य
एग्जिक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम को शुरू करने के पीछे उद्देश्य है कि सेना के जवानों में भी मैनेजेरियल स्किल डेवलप हो सके. इसके साथ ही उनमें निर्णय लेने की क्षमता का भी विकास हो सके. किसी मामले को लेकर उनके सोचने के तरीके के विकास को लेकर भी यह कोर्स सेना के जवान करते हैं.
किन-किन क्षेत्र से जुड़ी होगी पढ़ाई
ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट
मैनेजेरियल इकोनॉमिक्स
मार्केटिंग
फाइनांस
अकाउंटिंग
ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
बिजनेस कम्यूनिकेशन
सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट
कॉरपोरेट स्ट्रेटजी एंड क्वांटिटिव टेक्निक