भोला महाराज, श्रीराम स्वीट्स व वर्णवाल हैंडलूम में सर्वे, मानगाे, साकची, कदमा, साेनारी, बिष्टुपुर और जुगसलाई में आयकर टीम ने की कार्रवाई

जमशेदपुर : आयकर विभाग ने कर वंचना के मामले में भाेला महाराज के एक, श्रीराम स्वीट्स के छह आैर जुगसलाई में वर्णवाल हैंडलूम के एक प्रतिष्ठान पर गुरुवार दाेपहर से सर्वे शुरू किया.साकची स्थित भाेला महाराज की मिठाई दुकान के अलावा श्रीराम स्वीट्स के साकची, साेनारी, कदमा, बिष्टुपुर आैर मानगाे स्थित प्रतिष्ठान के अलावा जुगसलाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2018 6:55 AM
जमशेदपुर : आयकर विभाग ने कर वंचना के मामले में भाेला महाराज के एक, श्रीराम स्वीट्स के छह आैर जुगसलाई में वर्णवाल हैंडलूम के एक प्रतिष्ठान पर गुरुवार दाेपहर से सर्वे शुरू किया.साकची स्थित भाेला महाराज की मिठाई दुकान के अलावा श्रीराम स्वीट्स के साकची, साेनारी, कदमा, बिष्टुपुर आैर मानगाे स्थित प्रतिष्ठान के अलावा जुगसलाई में वर्णवाल हैंडलूम के एक प्रतिष्ठानाें पर आयकर सर्वे शुरू किया गया.
आयकर विभाग की टीम जब मिठाई दुकान पर पहुंची, ताे वहां काफी संख्या में पहले से ही ग्राहक माैजूद थे. उन सभी काे वहां से बाहर कर विभाग ने खाताें की जांच शुरू कर दी. भाेला महाराज के स्टाफ द्वारा आयकर अधिकारियाें के साथ शुरुआत में सहयाेग नहीं किये जाने से कुछ देर काम बाधित हुआ, इसके बाद विभागीय अधिकारियाें ने जब कड़ा रूख अपनाया, ताे वे सभी हिसाब-किताब का ब्याैरा देने लगे.
श्रीराम स्वीट्स के खाताें में भारी गड़बड़ियां मिली हैं. श्रीराम स्वीट्स द्वारा अपने सभी प्रतिष्ठानाें का 40-50 लाख रुपये का काराेबार दिखाया जा रहा है, वहीं प्रारंभिक जांच में बिक्री दस गुना अधिक देखने काे मिली है. श्रीराम स्वीट्स की सभी दुकानाें की प्रतिदिन की ब्रिकी डेढ़ लाख से अधिक की है. इसके अलावा दुकान से किसी तरह की बिलिंग ग्राहकाें काे नहीं की जाती है.
वर्णवाल हैंडलूम द्वारा 11-12 कराेड़ रुपये का टर्नआेवर दिखाया जा रहा था, जबकि वहां 15 कराेड़ से अधिक के काराेबार के कागजात विभाग ने जब्त किये हैं. गुरुवार दाेपहर बाद शुरू हुआ सर्वे देर रात तक जारी था. आयकर अधिकारियाें ने बताया कि शुक्रवार तक सर्वे का काम पूरा हाेने की उम्मीद है. उक्त तीनाें प्रतिष्ठानाें के आठाें ठिकानाें की पिछले कुछ दिनाें से आयकर विभाग ने रेकी कर बिक्री की गणना कर आमदनी का मूल्यांकन किया था.
उक्त तीनाें प्रतिष्ठान के मालिक बिक्री के मुताबिक कर नहीं चुका रहे थे. सकल लाभ काे काफी कम कर वे अपना रिटर्न दाखिल कर रहे थे. उनके बैंक अकाउंट काे विभाग ने पहले ही चेक कर लिया था, जिसके बाद उनके यहां सर्वे का फैसला किया गया. अधिकारियाें ने बताया कि उनके कंप्यूटर, बिलिंग मशीन के अलावा कच्चे के काफी बिल जब्त कर लिये गये हैं.
प्रतिष्ठान से कई डायरियां मिली हैं, जिनमें लाखाें रुपये का हिसाब-किताब अंकित हैं. उन सभी की गंभीरता से विभाग द्वारा जांच की जायेगी. आयकर विभाग ने उम्मीद जतायी है कि तीनाें प्रतिष्ठानाें से 70 प्रतिशत से अधिक राजस्व कर के रूप में उन्हें हासिल हाेगा.

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