बैठक करने पहुंची वर्ल्ड बैंक की टीम, ग्रामीणों का बहिष्कार
जमशेदपुर : विश्व बैंक पोषित बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति में विरोध के डेढ़ वर्ष बाद वर्ल्ड बैंक की टीम ने विरोध के कारणों को नये सिरे से जानने का प्रयास किया. वहीं गिद्दीझोपड़ी के ग्रामीणों के विरोध जारी रखा. सूत्रों के मुताबिक गिद्दी झोपड़ी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी व जल मीनार बनाने) का विरोध का […]
जमशेदपुर : विश्व बैंक पोषित बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति में विरोध के डेढ़ वर्ष बाद वर्ल्ड बैंक की टीम ने विरोध के कारणों को नये सिरे से जानने का प्रयास किया. वहीं गिद्दीझोपड़ी के ग्रामीणों के विरोध जारी रखा. सूत्रों के मुताबिक गिद्दी झोपड़ी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी व जल मीनार बनाने) का विरोध का असली कारण अौर उससे जमीनी स्तर पर सुलझाने को लेकर मध्य घाघीडीह ग्राम पंचायत के कार्यालय में वर्ल्ड बैंक की टीम ने बैठक बुलायी थी. इसमें गिद्दी झोपड़ी के प्रधान सुखराम किस्कू व ग्रामीण ने विरोध जताते हुए बैठक का बहिष्कार किया. वहीं, रानीडीह के ग्राम प्रधान सागरो सोरेन ने उन्हें बैठक में आमंत्रित किया था.
गिद्दी झोपड़ी के सुखराम किस्कू ने ग्रामसभा की अनुमति बगैर अौर बलपूर्वक जलापूर्ति प्रोजेक्ट का विरोध करने के पुरानी बात को दोहराते हुए विरोध जारी रखने की बात कही. हालांकि इस बैठक में सरकार की कल्याणकारी योजना के तहत घर-घर शुद्ध जलापूर्ति करने का विरोध का सही कारण क्या अौर क्यों है, इस पर गिद्दी झोपड़ी के ग्रामीण की अनुपस्थिति के कारण इसका जवाब नहीं मिल सका. हालांकि बैठक में बागबेड़ा के दूसरे पंचायतों के 70 से ज्यादा उपस्थित ग्रामीणों ने योजना का समर्थन करने की बात कही.
इसमें पश्चिम बागबेड़ा की मुखिया जमुना हांसदा, घाघीडीह की मुखिया सविता मुर्मू, रानीडीह के ग्राम प्रधान सागरो सोरेन, जून मुर्मू, जोबा मांझी के अलावा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के तत्कालीन एसडीओ सुशील टुडू, राजीव चौबे के साथ वर्ल्ड बैंक की टीम के पदाधिकारी व सलाहकार मौजूद थे.
बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना लटकी, जून 2019 तक टला. विश्व बैंक पोषित बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति की प्रगति काफी धीमी अौर असंतोषजनक है, जबकि बागबेड़ा के साथ छोटा गोविंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति के लिए एक दिन शिलान्यास होकर काम शुरू हुआ था.
इसमें बागबेड़ा में कई काम आज तक नहीं हो पाया है, वहीं छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति में शांति से होते चला गया. सूत्रों के मुताबिक बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति को पूरा करने के लिए एजेंसी ने जून 2019 तक चालू कर पाने की बात कही है.
वर्ल्ड बैंक की टीम ने घाघीडीह, गिद्दी झोपड़ी और सरजामदा का निरीक्षण किया
जमशेदपुर. वर्ल्ड बैंक की टीम ने सोमवार को बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना के प्रगति अौर जमीनी हकीकत को लेकर घाघीडीह, गिद्दीझोपड़ी, सरजामदा, समेत अन्य इलाकों का निरीक्षण किया. इस मौके पर ग्रामीणों से प्रोजेक्ट को लेकर विरोध का कारण जाना.
सूत्रों के मुताबिक तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व सोना ठाकुर कर रहे थे, सुबह सात बजे से लेकर घंटों निरीक्षण के उपरांत डीसी की अनुपस्थिति में एडीसी सौरभ कुमार सिन्हा, एसएसपी अनूप बिरथरे से मुलाकात भी की.
इस मुलाकात में वर्ल्ड बैंक की टीम ने डेढ़ वर्ष गिद्दी झोपड़ी में वाटर ट्रीटमेंट प्लाट के निर्माण शुरू करने के समय ग्रामीण महिला दुर्व्यवहार को लेकर हुए केस आदि पर चर्चा की. टीम के साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के एसडीओ अनुज कुमार सिन्हा व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.