जमशेदपुर की उड़ान सेवा एयर डेक्कन के भरोसे, नहीं शुरू की, तो लटकेगा प्रोजेक्ट

जमशेदपुर : नागर विमानन सचिव आरएन चौबे ने शुक्रवार को सोनारी एयरपोर्ट का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वहां लैंडिंग और टेक-ऑफ की स्थिति के बारे में विस्तृत से जानकारी हासिल की. इसके बाद उन्होंने बताया कि दस दिन पहले ही उन्होंने एयर डेक्कन से बातचीत की है और अंतिम नोटिस दी है कि वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2018 7:35 AM
जमशेदपुर : नागर विमानन सचिव आरएन चौबे ने शुक्रवार को सोनारी एयरपोर्ट का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने वहां लैंडिंग और टेक-ऑफ की स्थिति के बारे में विस्तृत से जानकारी हासिल की. इसके बाद उन्होंने बताया कि दस दिन पहले ही उन्होंने एयर डेक्कन से बातचीत की है और अंतिम नोटिस दी है कि वे लोग बिडिंग के बाद हवाई यात्रा की शुरुआत करना चाहते हैं या नहीं. सचिव ने बताया कि अगर वे लोग सकारात्मक जवाब देते हैं, तो जल्द ही उड़ान शुरू हो जायेगी.
उन्होंने बताया कि परिस्थिति ऐसी है कि एयर डेक्कन के पास ही 19 सीटर विमान हैं. इसके अलावा एयर एलायंस के पास डोर्नियर विमान है. एयर डेक्कन अगर न बोल देता है, तो फिर से बिडिंग होगी. बिडिंग कराने के लिए कम से कम दो से तीन महीने का समय लगेगा. इसके बाद इसको फाइनल होते-होते नौ महीने तक का समय लग जायेगा.
उन्होंने बताया कि एयर डेक्कन के चीफ एन गोपीनाथन के साथ बातचीत की है. जिसमें उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया है, लेकिन लिखित जवाब मिलने का इंतजार किया जायेगा. एक महीने तक का समय दिया गया है यानी दिसंबर तक उनको जवाब दे देना है, जिसके बाद ही स्थिति फाइनल हो सकेगी कि कब तक उड़ान शुरू होगी. सचिव ने बताया कि सोनारी एयरपोर्ट की सेफ्टी ऑडिट की जो समस्या थी, वो पूरी हो चुकी है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार सेफ्टी ऑडिट हो चुकी है. सचिव ने बताया कि डीजीसीए के नियमों के अनुसार वर्ल्ड क्लास सेफ्टी के लिहाज से सोनारी एयरपोर्ट पर सिर्फ 19 सीटर विमान ही उतारा जा सकता है. इससे बड़ा विमान नहीं उतारा जा सकता है. पहले भी विमान उतरता था, लेकिन दुर्घटनाओं को देखते हुए नियम बदल चुका है, इस लिहाज से नया सिस्टम हम लोगों ने बनाया है. जिसके तहत 19 सीटर विमान से ज्यादा का विमान नहीं उतर सकता है.
अगर एयर डेक्कन इनकार कर देता है, तो प्रक्रिया में समय लग जायेगा और किसी भी विमान कंपनी को डोर्नियर का विमान, जो कानपुर में बनता है, उसे खरीदने को बोला गया, तो डेढ़ करोड़ की अलग से सब्सिडी देनी पड़ेगी. इस कारण सरकार चाहती है कि एयर डेक्कन ही सोनारी एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू करे. सचिव ने बताया कि वर्किंग कैपिटल की समस्या भी एयर डेक्कन के पास है.
एयर ओड़िशा के साथ कुछ एयर डेक्कन ने टाइ-अप किया है, लेकिन अभी वर्किंग कैपिटल की समस्या है. इस दौरान सांसद विद्युत वरण महतो, उपायुक्त अमित कुमार, एसएसपी अनूप बिरथरे, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट सुनील भास्करन, टाटा स्टील के एविएशन विभाग से जुड़े अधिकारी मौजूद थे.

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