आम बागान मैदान में युवती को लेकर मारपीट में चार गिरफ्तार, गये जेल, मुख्य आरोपी रईस ने आजादनगर थाने में किया सरेंडर
जमशेदपुर : गत 18 नवंबर को साकची आम बागान मैदान में युवती के चक्कर में हुए खूनी संघर्ष के मुख्य आरोपी मो रईसुद्दीन उर्फ रईस ने आजादनगर थाने में मंगलवार को सरेंडर कर दिया. इसी मामले में पुलिस ने बाराद्वारी तारापोर कॉलोनी के अभिषक सिंह राजपूत, अभिजीत कुमार मंडल उर्फ कारी तथा मो सादिक को […]
जमशेदपुर : गत 18 नवंबर को साकची आम बागान मैदान में युवती के चक्कर में हुए खूनी संघर्ष के मुख्य आरोपी मो रईसुद्दीन उर्फ रईस ने आजादनगर थाने में मंगलवार को सरेंडर कर दिया. इसी मामले में पुलिस ने बाराद्वारी तारापोर कॉलोनी के अभिषक सिंह राजपूत, अभिजीत कुमार मंडल उर्फ कारी तथा मो सादिक को गिरफ्तार किया है.
रईस और सादिक पिता-पुत्र हैं. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू, अभिजीत की जैकेट, दो मोबाइल तथा घटना में घायल सन्नी और लक्खी की खून लगी पगड़ी बरामद की है. पुलिस इसी मामले में अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है. इस संबंध में पुलिस ने घायल सन्नी के साथी जसप्रीत सिंह उर्फ शैवी के बयान पर साकची थाने में मामला दर्ज किया है. इसकी जानकारी मंगलवार को एसएसपी अनूप बिरथरे ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को दी.
एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद आरोपियी की पकड़ के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. जांच में तकनीकी सेल के पदाधिकारी भी शामिल थे. इस मौके पर एसपी सिटी प्रभात कुमार, साकची थानेदार मदन कुमार शर्मा, सीतारामडेरा थानेदार राजीव कुमार सिंह आदि मौजूद थे. हमलावरों की पहचान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से की. एसएसपी ने कहा कि खूनी संघर्ष के बाद पुलिस को हमलावरों के बारे में शैवी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गयी.
सिर्फ अभिषेक सिंह राजपूत का नाम सामने आया. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ा और घटनास्थल पर एक जगह लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला. जिसके आधार पर हमलावरों की पहचान हो गयी. अन्य हमलावरों की पहचान करायी जा रही है. फिलहाल चार हमलावरों की तस्वीरें साफ थी, जिसके आधार पर सभी को गिरफ्तार किया गया है.
बेहतर इलाज के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिले लोग
जमशेदपुर : साकची आम बागान मैदान में हुई मारपीट की घटना में घायल सन्नी और लक्की काे बेहतर इलाज कराने की मांग को लेकर सिख समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार की शाम को एग्रिको स्थित आवास पर मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने टीएमएच के आईसीयू में इलाजरत दोनों का बेहतर ट्रीटमेंट कराने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने टीएमएच प्रबंधन को उचित इलाज करने का निर्देश दिया.
यह भी मांग की गयी है कि जिला पुलिस को उनकी तरफ से यह निर्देश दिया जाये कि अपराधियों के खिलाफ जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल कर मामले को स्पीडी ट्रायल में सुनवाई करा आरोपी को सजा दिलवायी जाये. प्रतिनिधिमंडल में मनजीत सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नू, गुरुचरण सिंह, शमशेर सिंह, चंचल सिंह भाटिया, सतवीर सिंह, कुलदीप सिंह मोती, सुखविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, तरसेम सिंह, जसपाल सिंह, कुलदीप सिंह, सुरजीत सिंह, रिंकु सिंह, अमरजीत सिंह अंबे, सोनी सिंह आदि शामिल थे.
शैवी पहले अमन और वाहिद के साथ गया था आम बागान
दर्ज मामले के अनुसार युवती से दोस्ती को लेकर हुई मारपीट की घटना से पहले शैवी अपने दोस्त अमन और कोलकाता में रहने वाले वाहिद के साथ बिष्टुपुर में चाउमीन खा रहा था. तभी अभिषेक ने अमन को फोन करके शैवी को लेकर आम बागान आने को कहा था. इसके बाद वह वाहिद की एक्सयूवी कार से अमन के साथ आम बागान पहुंचा.
वे लोग मिष्ठी दुकान के पास खड़े थे, तभी तीन बाइक से नौ लड़कों को लेकर अभिषेक सिंह आया और गाली-गलौज करते हुए पंडाल के किनारे ले गया. साथ ही मारपीट की कोशिश की. इस बीच सभी ने समझाकर मामला शांत करा दिया. अमन अपने घर चला गया और वाहिद कार लेकर कोलकाता के लिए रवाना हो गया. इसके बाद उसने सन्नी और लक्की को फोन करके बुलाया. घटना के बाद बीच-बचाव करने आये शैवी के पिता मंजीत सिंह और उसके साथ कुलवंत सिंह को भी घटनास्थल से हमलावरों ने गाली-गलौज कर भगा दिया था.
घायलों के शुभचिंतक हमलावरों से निपटने पहुंचे साकची थाना, रोका
जमशेदपुर : आम बगान में मारपीट में घायल सन्नी व लक्खी के परिजन समेत काफी संख्या में सिख समाज के लोग मंगलवार को साकची थाना पहुंचे. हमलावरों से निपटने के लिए सभी थाने के अंदर घुसे, जहां पुलिस ने आक्रोशित लोगों को रोका. एक पुलिस पदाधिकारी द्वारा लोगों को रोकने के लिए लाठी चलाने की बात कही, जिसके बाद हंगामा हो गया.
दोपहर ढाई बजे से लेकर साढ़े तीन बजे तक लोग थाने में जुटे रहे. सूचना पाकर सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर, हरजीत सिंह मोनू, त्रिलोचन सिंह लोची, हरदयाल सिंह समेत अन्य वहां पहुंच गये. सन्नी व लक्खी के भाइयों ने पुलिस पदाधिकारी द्वारा लाठी चलाने की बात से प्रधान को अवगत कराया. मुखे ने साकची थानेदार से इस संबंध में बातचीत कर विरोध जताया.
घायलों के भाई ने गिरफ्तार आरोपियों को देखने की मांग रखी, जिस पर थानेदार ने हमलावरों को दिखाया और सभी के नाम बताये. इसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ और फिर थाने से सभी लोग हटे. हालांकि पुलिस ने थाने में लोगों को जुटने के बाद काफी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गयी थी.