पीएम आवास बनाना सरकार की प्राथमिकता – मुख्यमंत्री

जमशेदपुर : पीएम आवास को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची जाने से पहले बुधवार को सोनारी एरोड्रम में बैठक की. बैठक में एसएसपी, डीडीसी, एसडीओ समेत अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे. उन्होंने बैठक में प्रस्तावित पीएम आवास अौर जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण में आनेवाली बाधाओं की जानकारी ली. कहा कि पीएम आवास बनाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2018 4:06 AM
जमशेदपुर : पीएम आवास को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची जाने से पहले बुधवार को सोनारी एरोड्रम में बैठक की. बैठक में एसएसपी, डीडीसी, एसडीओ समेत अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे. उन्होंने बैठक में प्रस्तावित पीएम आवास अौर जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण में आनेवाली बाधाओं की जानकारी ली. कहा कि पीएम आवास बनाना सरकार की प्राथमिकता. इसमें किसी प्रकार की कोई बाधा है, तो उसे दूर किया जाये. उन्होंने शहर में रोड चौड़ीकरण की योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली.
बिरसानगर में पीएम आवास के लिए अौर जुगसलाई में रेलवे ओवर ब्रिज को लेकर जमीन का मापी शुरू की जायेगी. इसके लिए आदेश मिला है. दोनों प्रोजेक्ट के लिए काम शुरू करने के लिए संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं.
चंदन कुमार, एसडीओ धालभूम अनुमंडल.
आशियाना टूटा पर उम्मीद नहीं छोड़ी, अब भी तिरपाल के नीचे रात गुजार रहे सात परिवार
बिरसानगर आस्था ट्वीन सिटी के बगल में अतिक्रमण हटाओ अभियान थमने के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है. मकान टूटने के बाद ठंढ़ के बावजूद सात परिवारों के सदस्य मलवों के बीच सिर छिपाने के लिए प्लास्टिक के तिरपाल का उपयोग कर रहे हैं. बाकी के पांच परिवार आसपास के किराये के मकान में शिफ्ट कर गये हैं. वहीं दूसरी ओर बुधवार को कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दूबे बस्ती पहुंचे और लोगों से जानकारी ली.
हमलोगों का दर्द सरकार को क्यों नहीं महसूस हो रहा है : पायल सांडिल
मकान टूटने से परेशान पायल सांडिल ने कहा कि घर नहीं होने से मुसीबत खड़ी हो गयी है. किराये में रहने के पैसे नहीं हैं, दो वक्त के खाने पर आफत है. इसके कारण हमलोग मलवों के बीच तिरपाल के नीचे ही रह रहे हैं. पायल ने बताया कि ठंड में काफी दिक्कत हो रही है, इसके बावजूद भी सरकार हमारा दर्द क्यों नहीं महसूस कर रही है.
घर टूटने के बाद आसमान के नीचे आ गये हैं, नींद नहीं आ रही है : मोहन
अतिक्रमण हटाये जाने से परेशान मोहन कर्मकार ने बताया कि मकान टूट जाने से वे लोग इतनी ठंड में आसमान के नीचे आ गये हैं. परिवार के लोगों को ठंड के कारण नींद नहीं आ रही है. उन्होंने बताया कि वे ठेकेदारी में काम करके किसी तरह से परिवार चला रहे थे, लेकिन प्रशासन ने अचानक से घर पर बुलडोजर चला दिया, जिससे परेशानी उत्पन्न हो गयी है. मोहन कर्मकार ने बताया कि घर नहीं होने के कारण परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गयी है.
घर टूटने से सब कुछ खत्म हो गया दिमाग काम नहीं कर रहा : चंद्रशेखर
अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रभावित चंद्रशेखर यादव ने बताया कि प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर घर तोड़ दिया, जिससे दिमाग काम नहीं कर रहा है. प्रशासन ने अभियान से एक दिन पूर्व रात के आठ बजे एनाउंसमेंट करके सुबह में अतिक्रमण हटाने का काम किया.

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