जमशेदपुर : सरकार के तमाम दिशा-निर्देशों के बावजूद पूर्वी सिंहभूम जिले के 657 स्कूलों में अाज तक बिजली नहीं पहुंच सकी है. यह स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों की नहीं बल्कि शहर के बीच स्थित स्कूलों की भी है. आजादी के 70 साल बाद भी शिक्षा व्यवस्था व सरकारी स्कूलों की आधारभूत संरचना को पटरी लाने के तमाम दावे हकीकत में जमीन पर नजर नहीं आते.
जिला शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 1597 प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं. जिसमें कुल 557 स्कूलों में बिजली पहुंचाने के लिए कोई पहल ही नहीं की गयी है. जबकि करीब 100 ऐसे विद्यालय हैं जहां पिछले दिनों सरकार की अोर से विद्युतीकरण के लिए वायरिंग की गयी. वायरिंग के बाद स्थिति जस की तस बनी हुई है. वहां अब तक बल्ब नहीं जला.
विभागीय अधिकारियों ने कहा कि स्कूल प्रशासन ने स्कूल परिसर में बिजली के तार और अन्य उपकरणों को स्थापित कर लिया है लेकिन अब तक बिजली का कनेक्शन स्कूल को नहीं दिया गया. इस तरह प्राथमिक व मध्य को मिलाकर कुल 657 स्कूल अंधेरे में चल रहे हैं. बच्चों को गर्मी में बिना पंखे के और मानसून के दिनों में अंधेरे में पढ़ाई करनी पड़ती है.
वायरिंग के लिए 2.5 करोड़ रुपये आवंटित
सरकारी स्कूलों में बिजली पहुंचाने के लिए जिला शिक्षा विभाग को 2.5 करोड़ का फंड मिला है. इस राशि से स्कूलों में बिजली के लिए वायरिंग की जायेगी. इसके बाद यह सुनिश्चित किया जायेगा कि कनेक्शन लेकर यहां बिजली चालू हो जाये. जिला शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार जिन स्कूलों में पूर्व में वायरिंग करा दी गयी है उनमें कई को दूसरे स्कूल के साथ मर्ज कर दिया गया है. इस स्थिति में वहां की गयी वायरिंग को क्षतिग्रस्त होने से बचाने का आदेश दिया गया है.