जमशेदपुर : इमरजेंसी से डॉक्टर नदारद दर्द से घंटों तड़पता रहा मरीज
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार की सुबह लगभग छह बजे भुइंयाडीह निवासी एसएस कालिंदी इलाज कराने के लिए पहुंचे. उस दौरान इमरजेंसी में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. मरीज दर्द से तड़प रहा था. यह देखकर परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. लगभग एक घंटे के बाद डॉक्टर […]
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार की सुबह लगभग छह बजे भुइंयाडीह निवासी एसएस कालिंदी इलाज कराने के लिए पहुंचे. उस दौरान इमरजेंसी में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. मरीज दर्द से तड़प रहा था. यह देखकर परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया.
लगभग एक घंटे के बाद डॉक्टर आये तब इलाज शुरू हुआ. मरीज के परिजनों ने बताया कि सुबह में कभी भी कोई डॉक्टर अपने चेंबर में नहीं रहता है. वह या तो सोये रहते हैं या कहीं चले जाते हैं. इससे मरीजों को परेशानी होती है. परिजनों ने बताया कि शिकायत के लिए अधीक्षक को फोन लगाया तो उनसे बात नहीं हो सकी.
जमशेदपुर : मलेरिया व फाइलेरिया विभाग करेंगे मच्छर जनित बीमारियों का खात्मा
जमशेदपुर : मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए जिले में मलेरिया व फाइलेरिया विभाग मिल कर अभियान चलायेगा. यह निर्णय सदर अस्पताल परिसर में सोमवार राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आयोजन बैठक में लिया गया.
बैठक में डेंगू, चिकुनगुनिया, जापानी बुखार, मलेरिया के मरीजों की समीक्षा की गयी तथा इससे बचाव पर चर्चा की गयी. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एके लाल ने बताया कि इस साल 65 डेंगू के मरीज मिले हैं जिनमें बागबेड़ा, कीताडीह, करनडीह, परसुडीह सहित आसपास इलाकों में सबसे ज्यादा 22 केस मिले हैं.
इसे देखते हुए निर्णय लिया गया है कि एक टीम अभी से इन जगहों पर छिड़काव किया जायेगा. कर्मचारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जागरूक करने को कहा गया. सिविल सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2020 तक फाइलेरिया खत्म करने तथा 2030 तक मलेरिया खत्म करने का लक्ष्य दिया है.
इसे लेकर अभी से अभियान चलाने को कहा गया है. बैठक में डॉ एके लाल, डॉ साहिर पाल, डॉ वीणा सिंह, डीपीएम निर्मल कुमार सहित मलेरिया व फाइलेरिया विभाग के कर्मचारी व पदाधिकारी मौजूद थे.