जमशेदपुर : साल भर में अधिकतर विवादों में ही रहा शिक्षा विभाग, 2018 में बंद हुए 393 स्कूल
जमशेदपुर : वर्ष 2018 पूर्वी सिंहभूम के शिक्षा जगत में 393 सरकारी स्कूलों को बंद करने के लिए जाना जायेगा. राज्य में हजारों की संख्या में स्कूलों को बंद कर दूसरे स्कूल में विलय किया गया. पूर्वी सिंहभूम में यह संख्या 393 है. दूसरे चरण में भी 300 स्कूलों को बंद करने के लिए सर्वे […]
जमशेदपुर : वर्ष 2018 पूर्वी सिंहभूम के शिक्षा जगत में 393 सरकारी स्कूलों को बंद करने के लिए जाना जायेगा. राज्य में हजारों की संख्या में स्कूलों को बंद कर दूसरे स्कूल में विलय किया गया. पूर्वी सिंहभूम में यह संख्या 393 है. दूसरे चरण में भी 300 स्कूलों को बंद करने के लिए सर्वे किया जा रहा है.
24 साल से लंबित प्रोमोशन मिला. सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को 24 साल बाद विभिन्न ग्रेड में प्रोमोशन का लाभ 2018 में मिला. पहली बार सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों की साथ ट्रांसफर-पोस्टिंग की गयी. ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए जिला में तय फार्मूला पूरे राज्य में लागू किया गया.
जुस्को स्कूल साउथ पार्क के रिजल्ट ने चौंकाया. वर्ष 2018 में सीबीएसइ दसवीं की परीक्षा में जुस्को स्कूल साउथ पार्क ने सभी को चौंकाया. स्कूल की दसवीं की छात्रा स्मृति किरण 98.6 फीसदी अंक लाकर सिटी टॉपर बनी. स्कूल को चार साल पूर्व ही मान्यता मिली थी.
डीसी के आदेश के बाद भी नहीं चला बस. जिले के प्राइवेट स्कूलों काे डीसी अमित कुमार ने दो माह में बस सेवा शुरू करने का आदेश दिया था, लेकिन तमाम आदेश व प्रयासों के बाद भी प्राइवेट स्कूलों में बस सेवा नहीं शुरू हो सकी. इक्के-दुक्के स्कूलों ने शुरू भी किया वह प्रभावी नहीं रही है.
एडीएल व केएसएमएस स्कूल का बदल गया पता. टाटा स्टील का विस्तारीकरण किया जा रहा है. इसी वजह से साकची से एडीएल सनसाइन इंग्लिस स्कूल व केएसएमएस को दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया. एडीएल सनसाइन इंग्लिश स्कूल को कदमा जबकि केएसएमएस को गोलमुरी में शिफ्ट किया गया. इसी साल शहर के 9 स्कूलों को ब्रिटिश काउंसिल अवार्ड मिला.
प्राइवेट स्कूलों में बीपीएल एडमिशन का रिकॉर्ड टूटा. राज्य में अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद से अब तक हर साल प्राइवेट स्कूलों में गरीब व अभिवंचित वर्ग के बच्चों का एडमिशन होता रहा है, लेकिन इस बार पहली बार कुल 739 बीपीएल बच्चों का एडमिशन हुआ. जो अब तक के सभी वर्ष से ज्यादा है.
किताब व भवन निर्माण अनियमितता से मचा रहा हड़कंप. वर्ष 2018 कोल्हान प्रमंडल की उच्च शिक्षा के लिए काफी हलचल भरा रहा. कोल्हान विवि की नींव में दबे सारे मुद्दे एक-एक कर बाहर आते रहे.
विवि प्रशासन सभी मामलों में जांच कमेटी गठित करता रहा. उच्च शिक्षा के लिए पीएचडी घोटाला सर्वाधिक चर्चित रहा. प्रमंडल से बाहर पूरे राज्य में इसकी हनक सुनाई पड़ी. राजभवन लगातार इस मुद्दे की निगरानी करता रहा. आखिरकार विवि ने इस पूरे मामले की जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया.
पूरे विवाद ने 50 से अधिक शिक्षकों को अपने लपेटे में ले लिया. पीएचडी की प्रक्रिया फंसी रह गयी. विवादों के बीच विवि ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की. ढ़ाई वर्ष से बंद पड़े जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज को एलएलबी दाखिले के लिए मान्यता मिल गयी.
विवि में एक मात्र अंगीभूत कॉलेज को छोड़कर सभी महावद्यिालयों का राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद से निरीक्षण करा लिया. एक संबद्ध कॉलेज ने भी यह उपलब्धि हासिल कर ली.