पटना तख्त चुनाव में झारखंड के 124 गुरुद्वारों के नाम काटे गये, दक्षिण बिहार का पत्ता साफ
बिहार की राजधानी पटना स्थित अकाल तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब के चुनाव में झारखंड के 124 गुरुद्वारों की सिंह सभाएं भागीदारी नहीं कर पायेंगी. इनके नाम काट दिये गये हैं. सोही गुट के फैसले से झारखंड के सिख समाज में उबाल है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.
अकाल तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब का प्रबंधन करने वाली प्रबंधन कमेटी के दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र से झारखंड का पत्ता साफ कर दिया गया है. अब झारखंड के भौगोलिक क्षेत्र में स्थित 124 गुरुद्वारों की सिंह सभाएं आगामी मतदान प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पायेंगी. यह फैसला कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष जगजीत सिंह सोही की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक में लिया गया. वहीं, पटना निर्वाचन क्षेत्र एक के निवर्तमान प्रतिनिधि राजा सिंह की जीत को सुनिश्चित करने के लिए भक्तों के सभी कर्मचारियों की दो- दो हजार रुपये वेतन वृद्धि का फैसला लिया गया है. बैठक में 34 कर्मचारियों की बहाली की जांच करने एवं उनके वेतन मद की वसूली वरीय उपाध्यक्ष एवं महासचिव तथा सचिव से करने का भी फैसला लिया गया.
14 जुलाई को खत्म हो गया कमेटी का कार्यकाल
इस बैठक को महासचिव इंद्रजीत सिंह के गुट ने पहले ही अवैध घोषित करते हुए कस्टोडियन जिला एवं सत्र न्यायाधीश, निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीओ पटना सिटी, एसएसपी पटना एवं चौक थाना को लिखित जानकारी भेजी थी. इंद्रजीत सिंह के अनुसार, कमेटी का कार्यकाल 14 जुलाई को खत्म हो चुका है. यह कमेटी कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं ले सकती है. चुनावी प्रक्रिया के लिए मतदाता सूची अद्यतन करने की प्रक्रिया चल रही है और इस चुनाव में किसी चुनाव क्षेत्र का परिसीमन नहीं किया जा सकता है. सोही का फैसला यदि मान्य होगा तो अब यह इतिहास हो जायेगा कि दक्षिण बिहार के झारखंड क्षेत्र से जोगिंदर सिंह जोगी अध्यक्ष, शैलेंद्र सिंह कार्यकारी अध्यक्ष और इंद्रजीत सिंह महासचिव बने थे.
झारखंड के सभी गुरुद्वारों को एक होना पड़ेगा : पप्पू
झारखंड सिख विकास सभा के केंद्रीय अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू ने कहा कि पटना के कुछ सिख अपने फायदे के लिए कौम और पंथ की एकता को तोड़ रहे हैं. गुरदीप सिंह पप्पू ने सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह, रामगढ़ के इंदरजीत सिंह, रांची के गुरविंदर सिंह सेठी एवं झरिया के सेवा सिंह से आगे आने की अपील की. कहा कि झारखंड के हक को बरकरार रखने के लिए हर उपाय किए जाने चाहिए.
सोही गुट का फैसला मान्य नहीं होगा : कुलविंदर
सनातनी सिख सभा के प्रमुख अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने कहा कि सोही गुट ने बचकाना फैसला लिया है. इसकी संपुष्टि कस्टोडियन जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव रंजन नहीं करेंगे, क्योंकि चुनावी प्रक्रिया जारी है और नयी कमेटी के लिए उनके द्वारा तीन लोगों का मनोनयन भी किया जा चुका है.
झारखंड के सिखों की हिस्सेदारी बरकरार रखी जाये : खोखर
चाईबासा के उद्यमी सह सीजीपीसी के उपाध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने तख्त श्री हरमंदिर साहब प्रबंधन कमेटी में झारखंड की हिस्सेदारी को बरकरार रखने के संबंध में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को मांग पत्र सौंपा. मंत्री ने कहा है कि वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे. खोखर ने कहा कि सरकार की ओर से इस दिशा में पहल की जानी चाहिए.
सोही नीतिगत फैसला नहीं ले सकते : बिल्ला
झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला ने कहा कि जगजोत सिंह सोही कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले सकते हैं, क्योंकि उनका कार्यकाल 14 जुलाई को खत्म हो गया है और 17 जुलाई को कस्टोडियन जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव रंजन द्वारा तीन सदस्यों का मनोनयन कर दिया गया है. वे कार्यवाहक हैं. कोई भी ठोस फैसला नहीं ले सकते हैं.
झारखंड के सिख धरना प्रदर्शन करेंगे : शैलेंद्र सिंह
सीजीपीसी के चेयरमैन शैलेंद्र सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ी तो झारखंड के सिख पटना साहिब जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे. इस तरह झारखंड के सिखों को वंचित रखना नाइंसाफी है. कमेटी का कार्यकाल 14 जुलाई को खत्म हो चुका है ऐसे में कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं लिया जा सकता है.
अब आर-पार की होगी लड़ाई : भगवान सिंह
सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने यह निर्णय लिया है उन्हें यह अधिकार नहीं है. सीजीपीसी झारखंड के सिखों के हक की लड़ाई के लिए न्यायपालिका का भी सहारा ले सकती है.