जमशेदपुर : अनियमितता के विवाद में फंस कर बंद कंप्यूटर लैब का खुलेगा ताला, मार्च 2018 से बंद पड़ा है कंप्यूटर लैब

जमशेदपुर : अनियमितता के विवाद में फंस कर बंद पड़े जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के कंप्यूटर लैब का ताला खुलने वाला है. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के फंड से बना कंप्यूटर लैब अपने निर्माण के साथ ही विवादों में आ गया था. मार्च 2018 से संबंधित कंप्यूटर लैब बंद पड़ा हुआ है. योजना पर करीब 60 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2019 6:02 AM

जमशेदपुर : अनियमितता के विवाद में फंस कर बंद पड़े जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के कंप्यूटर लैब का ताला खुलने वाला है. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के फंड से बना कंप्यूटर लैब अपने निर्माण के साथ ही विवादों में आ गया था. मार्च 2018 से संबंधित कंप्यूटर लैब बंद पड़ा हुआ है. योजना पर करीब 60 लाख रुपये खर्च किये गये हैं.

कॉलेज प्रशासन की मानें, तो विवि के निर्देश के आलोक में लैब के उद्घाटन के लिए 28 जनवरी की तिथि निर्धारित की जा रही है. इसके लिए काॅलेज प्रशासन ने दिसंबर 2018 में ही एक कमेटी गठित की. इस कमेटी में स्वरूप मिश्रा, रिकी सूत्रधार, के ईश्वर राव, सुबोध कुमार, प्रशांत कुमार, अरशद जमाल शामिल रहे. इन्हें लैब के उपयोगिता की जांच करने का निर्देश दिया गया था.

बताया जा रहा है कि उद्घाटन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है. लैब को व्यवस्थित किया जा रहा है. लैब में 40 कंप्यूटर लगे हैं. इसमें इंटरनेट की सुविधा प्रदान की जायेगी.

क्या था विवाद
कॉलेज का कंप्यूटर लैब अपने निर्माण के साथ ही विवादों में आ गया था. कॉलेज के बर्शर आय डॉ एमएन तिवारी की ओर से इस मामले में विवि प्रशासन के समक्ष शिकायत दर्ज करायी गयी थी. इसमें कहा गया था कि रूसा के फंड से करीब 60 लाख रुपये खर्च कर बने लैब के निर्माण में व्यापक पैमाने पर वित्तीय अनियमितता हुई है.
विवि की ओर से इसमें दो अलग-अलग स्तर की कमेटी गठित कर जांच करायी गयी. जांच में गड़बड़ी सामने आयी है. संबंधित रिपोर्ट को दोषियों पर कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के राज्य निदेशक को भेज दिया गया है. विवि ने इस लैब को प्राप्त करने पर सहमति व्यक्त की है.

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