रेलवे लाइन पर बैठे बंद समर्थक कई ट्रेनें प्रभावित, 476 गिरफ्तार

हो समाज ने किया रेल चक्का जाम, ट्रेनों को रोक किया प्रदर्शन हो भाषा को मान्यता (संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने) देने की मांग पर बुधवार की सुबह से आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्य चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों व रेल फाटकों के पास रेल लाइन पर बैठ गये. इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2019 8:24 AM
हो समाज ने किया रेल चक्का जाम, ट्रेनों को रोक किया प्रदर्शन
हो भाषा को मान्यता (संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने) देने की मांग पर बुधवार की सुबह से आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्य चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों व रेल फाटकों के पास रेल लाइन पर बैठ गये. इसके कारण हावड़ा-मुंबई मार्ग पर ट्रेनें प्रभावित हुईं. केंदपोसी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ ने 376 समर्थकों को गिरफ्तार किया. वहीं, चक्रधरपुर में बूढ़ीगोड़ा के पास रेल लाइन पर बैठे 100 से अधिक समर्थकों को गिरफ्तार किया. इस दौरान समर्थकों व जीआरपी के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
इसके बाद ट्रेनों का परिचालन सामान्य हुआ. उक्त आंदोलन ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के तत्वावधान में किया गया. इस दौरान कहा गया कि हो समाज भाषा को मान्यता के लिए 50 साल से आंदोलन कर रहा है. आगामी बजट सत्र में हमारी मांगों पर विचार नहीं हुआ, तो आर्थिक नाकेबंदी करेंगे. रेल प्रशासन, थाना व कई मजिस्ट्रेट तैनात किये गये थे.
चाईबासा में 20 मिनट रोकी गयी इंटरसिटी व लोकल ट्रेन : चाईबासा स्टेशन में दर्जनों समर्थक पहुंचे थे. यहां 20 मिनट तक इंटरसिटी व लोकल ट्रेन रोकी गयी. हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी एक्सप्रेस निर्धारित समय पर रवाना हुई.
पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से सभी को हटा लिया. चाईबासा व केन्दोपोसी में सुबह 5 बजे से समर्थक रेल पटरी पर उतर गये. अपने हाथों में हो भाषा की अनदेखी बर्दाशत नहीं, केन्द्र सरकार होश में आओ, हो समाज के साथ धोखाधड़ी बंद करो जैसे नारे लिखी तख्तियां लिये हुये थे. रेल पटरी पर एक छोर से दूसरे छोर तक बड़े-बड़े फ्लैक्स लगाये गये. आदिवासी समाज के लोग ढोल-नगाड़े को साथ आए थे.
सलगाझुरी रेलवे फाटक के समीप 200 लोगों ने किया प्रदर्शन : टाटानगर में सलगाझुरी रेलवे फाटक के समीप हो समुदाय के लोगों ने बुधवार को रेल चक्का जाम किया. ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के आह्वान पर जमा हुए लोगों ने पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस को रोक कर अभियान की शुरुआत की. बुधवार तड़के लगभग 200 आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर आ गये और ट्रेनों का परिचालन रोक दिया. आंदोलनकारी दो घंटे तक रेलवे फाटक पर जमे रहे आैर प्रदर्शन किया.

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