जमशेदपुर : एक ऐसा सरकारी स्कूल, जहां एसी क्लास रूम में पढ़ेंगे बच्चे, पीने के िलए मिलेगा आरअो का पानी

संदीप सावर्ण, जमशेदपुर : सरकारी स्कूलों की दुर्दशा की खबरें आपने खूब पढ़ी होंगी. लेकिन पूर्वी सिंहभूम जिले में झारखंड बोर्ड का एक ऐसा भी स्कूल है, जो आधारभूत संरचना के मामले में पूरे राज्य के स्कूलों का मॉडल बन सकता है. दरअसल, सिदगोड़ा 10 नंबर बस्ती स्थित हिंदुस्तान मित्र मंडल मध्य विद्यालय में पहली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2019 7:20 AM

संदीप सावर्ण, जमशेदपुर : सरकारी स्कूलों की दुर्दशा की खबरें आपने खूब पढ़ी होंगी. लेकिन पूर्वी सिंहभूम जिले में झारखंड बोर्ड का एक ऐसा भी स्कूल है, जो आधारभूत संरचना के मामले में पूरे राज्य के स्कूलों का मॉडल बन सकता है. दरअसल, सिदगोड़ा 10 नंबर बस्ती स्थित हिंदुस्तान मित्र मंडल मध्य विद्यालय में पहली से पांचवीं क्लास तक के बच्चों को एयर कंडीशंड क्लास रूम में पढ़ाया जायेगा.

सरकार की ओर से दिये गये 98 लाख रुपये के फंड से स्कूल के नये भवन का निर्माण किया गया है. इसमें नौ कमरे बन कर तैयार हैं. स्कूल के प्रिंसिपल कुमार संदेश ने बताया, कि पहली से लेकर पांचवीं तक के बच्चों को वातानुकूलित क्लास रूम में पढ़ाया जायेगा. पहले चरण में तीन क्लास रूम को एयर कंडीशंड बनाया जा रहा है. अगले चरण में दो अन्य क्लास रूम में एसी लगेेगी. बच्चों की प्यास बुझाने के लिए रनिंग वाटर की व्यवस्था है.

पहली से पांचवीं क्लास तक के बच्चों को एसी में पढ़ाया जायेगा, मार्च के पहले सप्ताह में मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन
तीन क्लास रूम को एयर कंडीशंड बनाया जा रहा, दो को अगले चरण में बनाया जायेगामध्य विद्यालय के बच्चे भी चलायेंगे कंप्यूटरप्रबंधन की ओर से स्कूल को अप टू मार्क बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. बच्चों के लिए कंप्यूटर भी लगाये जायेंगे. हालांकि इसके लिए राशि का आवंटन नहीं किया गया है. प्रिंसिपल कुमार संदेश ने बताया, कुछ समाजसेवियों की मदद भी ली जा रही है, ताकि बच्चों को भी कंप्यूटर शिक्षा मिल सके.
सभी शिक्षक 200 रु चंदा देकर करेंगे बिजली बिल का भुगतान
एसी क्लास रूम बनने के बाद बिजली बिल का भुगतान किस प्रकार से किया जायेगा, इस सवाल के जवाब में स्कूल के प्रिंसिपल कुमार संदेश ने कहा : स्कूल प्रबंधन समिति से तय किया है कि इसे आदर्श विद्यालय बनाना है. इस प्रयास में सभी शिक्षकों ने साथ देने की बात कही है. सभी शिक्षक प्रति माह अपने वेतन से 200 रुपये देंगे, ताकि बिजली बिल का भुगतान किया जा सके.

Next Article

Exit mobile version