झारखंड के इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों से डिग्री लेकर 72 प्रतिशत विद्यार्थी बेरोजगार
संदीप सावर्ण जमशेदपुर : झारखंड के इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों से डिग्री लेकर करीब 72% युवक बेरोजगार हैं. राज्य के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व पॉलिटेक्निक कॉलेजों की ओर से उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को भेजे गये आंकड़ों के अनुसार, इस साल राज्य के कुल 14,691 विद्यार्थियों में से सिर्फ […]
संदीप सावर्ण
जमशेदपुर : झारखंड के इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों से डिग्री लेकर करीब 72% युवक बेरोजगार हैं. राज्य के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व पॉलिटेक्निक कॉलेजों की ओर से उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को भेजे गये आंकड़ों के अनुसार, इस साल राज्य के कुल 14,691 विद्यार्थियों में से सिर्फ 4108 की ही नौकरी लगी. यानी 28% विद्यार्थियों को ही रोजगार मिल सका.
आंकड़ा अपलोड : उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की ओर से तकनीकी कॉलेजों को पत्र भेजा गया था.इसमें उन्हें कुल सीटों के अलावा कितने विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हो चुका है, इससे संबंधित जानकारी मांगी गयी थी. सभी सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों की अोर से तीन जनवरी तक इससे संबंधित आंकड़ा भेज दिया गया. सभी कॉलेजों को विभाग के जॉब पोर्टल पर भी आंकड़ा अपलोड करने का आदेश दिया गया था.
उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को राज्य के कॉलेजों ने सौंपा आंकड़ा
किस केटेगरी की क्या है स्थिति
केटेगरी विद्यार्थी मिली रोजगार नौकरी प्रतिशत
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज 920 325 35.32
पीपीपी मोड इंजीनियरिंग कॉलेज 900 219 24.33
प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज 3471 732 21.08
सरकारी पॉलिटेक्निक 2590 1412 54.51
प्राइवेट पॉलिटेक्निक 5175 1207 23.32
स्किल पॉलिटेक्निक 420 110 26.19
प्राइवेट मैनेजमेंट कॉलेज 1035 103 9.95
मौजूदा हालात
2009-2010 तक इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करनेवाले करीब 60 फीसदी विद्यार्थियों को नौकरी मिलती थी. पर अब केवल 30 से 35 फीसदी इंजीनियरों का ही प्लेसमेंट हो पा रहा है
जानकारों के अनुसार इसके पीछे रिक्रूटमेंट के पैटर्न में बदलाव मुख्य कारण है. कंपनी प्रबंधकों द्वारा अब बीइ के स्थान पर बीएससी पास युवाअों को ज्यादा तरजीह दी जा रही है.