जमशेदपुर : तीन घेरे में थे नक्सली, दो पिस्तौल, तीन इंसास लूटकर भागे

करीब दो महीने से कर रहे थे रेकी, पुलिस की हर गतिविधि पर थी नजर जमशेदपुर : पुलिसकर्मियों की हत्या करने कुकड़ू हाट पहुंचे नक्सली तीन घेरा बनाये हुए थे और प्रत्येक में 10 से 15 लोग शामिल थे. पहले घेरे में मौजूद नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों को मौका देख कर पीछे से पकड़ा और गला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2019 8:37 AM
करीब दो महीने से कर रहे थे रेकी, पुलिस की हर गतिविधि पर थी नजर
जमशेदपुर : पुलिसकर्मियों की हत्या करने कुकड़ू हाट पहुंचे नक्सली तीन घेरा बनाये हुए थे और प्रत्येक में 10 से 15 लोग शामिल थे. पहले घेरे में मौजूद नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों को मौका देख कर पीछे से पकड़ा और गला रेत दिया. वहीं, दूसरे घेरे में शामिल नक्सलियों ने हथियार लूटने के बाद लहूलुहान अवस्था में जमीन पर गिरे जवानों को गोली मार दी.
तीसरे घेरे में मौजूद नक्सली रेकी का काम कर रहे थे. भागने के दौरान नक्सली लूटे गये हथियारों को लहराते हुए भाग गये. सूत्रों के अनुसार घटना के बाद नक्सली दो पिस्तौल व तीन इंसास रायफल लूट कर ले गये, लेकिन मैगजीन व गोली के बारे में कोई कुछ नहीं बता पाया. जानकारी के अनुसार नक्सली पिछले दो महीने से शुक्रवार को हाट में आकर पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे, जिससे उन्हें पुलिस की हर गतिविधि के बारे में जानकारी थी.
कुकड़ू में नक्सली घटना के बाद सीआरपीएफ और झारखंड जगुवार की दो-दो कंपनी यहां तैनात है. कुकड़ू और नीमडीह थाना क्षेत्र के जंगल एरिया में भी पुलिस तैनात है. सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) को भी गश्ती में लगाया गया है.
तिरुलडीह थाने में नहीं था बैकअप फोर्स
तिरुलडीह थाना में तैनात पुलिसकर्मियों के अनुसार घटना की जानकारी मिलने के बाद भी थाने से बैकअप फोर्स नहीं भेजी जा सकी, क्योंकि थाने में मात्र सात पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी, जिसमें से पांच घटना में मारे जा चुके थे.
इसलिए जानकारी मिलने पर वरीय पदाधिकारियों को घटना की सूचना देने के बाद आसपास के थाने से फोर्स भेजा गया. थाना में कम फोर्स होने की वजह से पुलिसकर्मी थाना को भी छोड़ कर नहीं जा सकते थे, क्योंकि पहले भी नक्सली ऐसे मौकों पर थानों से हथियार लूट चुके हैं.
घटना के समय पुलिसकर्मी पी रहे थे कोल्ड ड्रिंक
घटना के वक्त पांचों पुलिसकर्मी एक दुकान पर कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे. वहीं, घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी खून के दाग की घेराबंदी नहीं की गयी थी.
छह माह से बनकर तैयार है थाना भवन
कुकड़ू में लगभग छह महीने से थाना भवन बनकर तैयार है, लेकिन भवन में अभी तक ताला लटका हुआ है.

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