परसुडीह थाने में एक साल की बच्ची पर जानलेवा हमले का केस
जमशेदपुर : गदड़ा (ड्राइवर कॉलोनी) में पानी को लेकर दो पक्षों में 10 जून को मारपीट हो गयी थी. उसी दिन बीएन पासवान ने पड़ोसी अरुण मालाकार व उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर परसुडीह थाने में केस दर्ज कराया था. दूसरे पक्ष की मीरा देवी के बयान पर बीएन पासवान, हेमा देवी व उनके […]
जमशेदपुर : गदड़ा (ड्राइवर कॉलोनी) में पानी को लेकर दो पक्षों में 10 जून को मारपीट हो गयी थी. उसी दिन बीएन पासवान ने पड़ोसी अरुण मालाकार व उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर परसुडीह थाने में केस दर्ज कराया था. दूसरे पक्ष की मीरा देवी के बयान पर बीएन पासवान, हेमा देवी व उनके चार बच्चों पर काउंटर केस दर्ज कराया गया है. इसमें एक साल की बच्ची को भी जानलेवा हमले का आरोपी बनाया गया. उसके खिलाफ भी पुलिस ने वही धाराएं लगायीं,जो उसके माता-पिता पर लगी है. पुलिस ने बीएन पासवान की नौ व चार साल की दो बेटी और 12 साल के बेटे पर धारा 114, 341, 323, 324, 307, 504, 506 व 34 के तहत केस किया है.
मामले में सभी आरोपी को परसुडीह थाना में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है. मालूम हो कि गदड़ा (ड्राइवर कॉलोनी) के बीएन पासवान ने परसुडीह थाना में मारपीट कर जख्मी करने, जाति सूचक शब्द बोलने का मामला दर्ज कराया था. इसमें पड़ोसी अरुण मालाकार, निलेश मालाकार, दिनेश मालाकार, मीरा देवी व प्रियंका कुमारी को आरोपी बनाया था.शिकायकर्ता बोले-पुलिस ने बच्चों काे देखा था, फिर भी केस दर्ज किया
बीएन पासवान ने बताया, पड़ोस में रहने वाले अरुण मालाकार व उनके परिवार ने उनके साथ मारपीट की थी. इसमें वो घायल हो गये थे. सिर में चार स्टिच लगे थे. 10 जून को परसुडीह थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. इसके बाद काउंटर केस में उनको और उनकी पत्नी के अलावा उनके चार नाबालिग बच्चों को भी आरोपी बनाया गया है. उन्होंने बताया, काउंटर केस करने के पूर्व पुलिस ने देखा था कि उनके बच्चे नाबालिग और काफी छोटे हैं, इसके बावजूद बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया.