राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए शिक्षकों की स्क्रूटनी का अंक वायरल!
संदीप सावर्ण, जमशेदपुर : पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर देश भर के शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कार्य करने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा जायेगा, लेकिन इस बार राज्य से जिन शिक्षकों ने आवेदन किया था, उनमें अंतिम रूप से चयनित तीन शिक्षकों के चयन पर सवाल खड़े किये […]
संदीप सावर्ण, जमशेदपुर : पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर देश भर के शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कार्य करने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा जायेगा, लेकिन इस बार राज्य से जिन शिक्षकों ने आवेदन किया था, उनमें अंतिम रूप से चयनित तीन शिक्षकों के चयन पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं.
राज्य के शिक्षकों के ह्वाट्सएप ग्रुप पर लगातार एक कागज वायरल हो रहा है, जिसमें शिक्षकों के नाम के साथ ही किस शिक्षक को स्टेट में स्क्रूटनी के बाद कितना अंक दिया गया है, वह लिखा हुआ है. जबकि उक्त अंक अति गोपनीय होता है. साथ ही एक शिक्षक के चयन को लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं. शिक्षकों द्वारा वायरल कागज को लेकर तमाम तरह के दावे किये जा रहे हैं.
हालांकि वायरल हो रहा अंक वास्तविक है या फिर किसी के द्वारा फर्जी तरीके से यह वायरल किया जा रहा है, यह जांच का विषय है. लेकिन उक्त कागज में जिन तीन शिक्षकों को सर्वाधिक अंक दिया गया है, उनका नाम ही झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से केंद्र सरकार के पास भेजा गया है.
शिक्षकों द्वारा चतरा के शिक्षक मनोज कुमार चौबे द्वारा स्कूल के विकास के लिए किये गये कार्यों के कॉलम में जो पेपर प्रस्तुत किया गया है, उस पर भी शिक्षकों द्वारा सवाल खड़े किये गये हैं. हालांकि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए क्या है स्क्रूटनी का तरीका, आखिर क्यों उठ रहे हैं सवाल
राष्ट्रपति पुरस्कार हासिल करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है. इसके लिए राज्य के सभी जिलों से तीन-तीन शिक्षकों का चयन जिला स्तर पर किया जाता है. इसके लिए उन्हें दो पार्ट में परीक्षा से गुजरना पड़ता है. 100 अंकों की परीक्षा होती है.
इसमें हासिल अंकों के आधार पर ही तीन शिक्षकों के नाम की जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से अनुशंसा की जाती है. इसके बाद राज्य स्तर पर सभी जिले के प्राप्त शिक्षकों के नाम व उनके द्वारा किये गये इनोवेटिव कार्य की समीक्षा की जाती है.
इस समीक्षा के उपरांत अंक का जोड़-घटाव किया जाता है. इसी जोड़-घटाव के बाद जो अंतिम रूप से अंक दिये जाते हैं, इसी अंक के आधार पर राज्य भर से तीन शिक्षक को भारत सरकार के पास अंतिम राउंड के लिए भेजा जाता है. इसी अंतिम राउंड के लिए शिक्षकों के प्राप्तांक का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
राज्य से इन तीन शिक्षकों के नाम को भेजा गया है
1. मनोज कुमार चौबे- मध्य विद्यालय द्वारी, गिद्धौर, चतरा
2. संध्या प्रधान – उउवि. न्यू कॉलोनी, आदित्यपुर, सरायकेला-खरसावां
3. श्वेता शर्मा- मवि. विवेकानंद, देवघर