अब 6000 अंकों की प्रतियोगिता, कचरा उठाव और फीडबैक के नये मानक तय
स्वच्छता सर्वेक्षण : 2020 के सर्वे में डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, कचरा उठाव पर फोकस सालाना के स्थानपर अब हर तिमाहीहोगा आकलन जमशेदपुर :शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में कई बदलाव किये गये हैं. इसके तहत अब 4000 की जगह 6000 अंकों की प्रतियोगिता होगी. इस साल के सर्वेक्षण में सलाना आकलन के स्थान पर हर तिमाही […]
स्वच्छता सर्वेक्षण : 2020 के सर्वे में डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, कचरा उठाव पर फोकस
सालाना के स्थानपर अब हर तिमाहीहोगा आकलन
जमशेदपुर :शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में कई बदलाव किये गये हैं. इसके तहत अब 4000 की जगह 6000 अंकों की प्रतियोगिता होगी. इस साल के सर्वेक्षण में सलाना आकलन के स्थान पर हर तिमाही में स्वच्छता का जमीनी स्तर पर आकलन किया जायेगा. इसमें डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, कचरा उठाव, निष्पादन, पब्लिक फीडबैक को फोकस करते हुए नये मानक तय किये हैं.
सूत्रों के अनुसार नगर विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नियमित रूप से साल भर शहरों में स्वच्छता संबंधित कार्य करने व उसकी नियमित रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. इसमें स्वच्छता को लेकर निर्धारित विभिन्न मानकों के अनुरूप किये जा रहे कार्यों की एमआइएस मासिक इंट्री प्रत्येक माह के पांच तारीख से पूर्व करना है.
इसके अलावा प्रत्येक तीन माह पर स्वच्छता को लेकर किये जा रहे कार्यों का ओवरअॉल प्रोफाइल की इंट्री, ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेशन, स्टार रैंकिंग व ट्रेनिंग शामिल हैं. इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नये मानकों में कचरा कलेक्शन व ट्रांसपोर्टेशन मद में 500 अंक, कचरा के प्रोसेस अौर डिस्पोजल 700 अंक व साफ-सफाई के 500 अंक निर्धारित किये गये हैं.
ठोस कचरा प्रबंधन नहीं होने के कारण मामला अटका. कचरे के स्थायी निष्पादन का इंतजाम नहीं होने के कारण स्वच्छता सर्वेक्षण में जमशेदपुर शहर के बेहतर रैंकिंग में पेच फंस जाता है, लेकिन इस बार अक्षेस कचरा निष्पादन प्लांट लगा उस कमी को दूर करना चाहता है.
सर्वर फेल, फोटो अपलोड नहीं हो सका. मानगो नगर निगम में मंगलवार को अपना घर, अपनी पहचान कार्यक्रम का सर्वर खराब रहा. इस दौरान प्रधानमंत्री अावास योजना के पूर्ण हुए आवासों का फोटो अपलोड नहीं हो सका. पूरे राज्य में यहीं स्थिति रही.