कर्मचारी न संसाधन, कैसे चलेगा एमजीएम

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल बहुत ही विकट स्थिति से गुजर रहा है. इसको सुधारने के लिए मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सहित कई सचिव लगे, लेकिन स्थिति जैसी थी वैसी ही अभी भी बनी हुई है. इस समय अस्पताल में ड्रेसर, वार्ड ब्वॉय तक नहीं है. बिना कंप्यूटर ऑपरेटर का अस्पताल चलाया जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2019 2:09 AM

जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल बहुत ही विकट स्थिति से गुजर रहा है. इसको सुधारने के लिए मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सहित कई सचिव लगे, लेकिन स्थिति जैसी थी वैसी ही अभी भी बनी हुई है. इस समय अस्पताल में ड्रेसर, वार्ड ब्वॉय तक नहीं है. बिना कंप्यूटर ऑपरेटर का अस्पताल चलाया जा रहा है.

इसको लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक तक हो चुकी है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार का कोई सुधार नहीं हो पा रहा है. वहीं, मंत्री सरयू राय लगातार इस अस्पताल के सुधार के लिए बैठक व निरीक्षण कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि इतना करने के बाद भी किसी प्रकार का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है. वहीं, अस्पताल में लगातार हो रही मारपीट, दवाओं सहित अन्य संसाधनों की कमी को देखते हुए सभी विभागाध्यक्षों ने बैठक कर कहा कि इसी तरह रहा, तो अस्पताल चलाना मुश्किल हो जायेगा. इसके लिए सभी विभागाध्यक्ष द्वारा अस्पताल में जो भी कमी है, उसकी लिस्ट बनाकर सचिव को देने का निर्णय लिया गया है.

कोई किसी का सुनने वाला नहीं : अस्पताल में जो भी काम हो रहा है. वह भी समय पर पूरा नहीं हो रहा है. मंत्री सरयू राय ने कहा कि इसके लिए कई बार हमने संबंधित विभाग से लेकर मंत्री तक से बात की, लेकिन इसका कोई भी असर देखने का नहीं मिल रहा है. सरकार को सरकारी अस्पताल पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो. उन्होंने कहा कि आज से आठ माह पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी जिसमें कहा गया कि अस्पताल को चलाने के लिए तीन प्रशासनिक पदाधिकारी को नियुक्त किया जायेगा, लेकिन लगता है आज तक इस पर किसी प्रकार का कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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