बासाडेरा व आमडेरा क्षेत्र में घूम रहा अतुल और सचिन का दस्ता
एसएसपी ने घाटशिला, पटमदा, बोड़ाम, एमजीएम, गालूडीह और कमलपुर थाने को किया अलर्ट दो टीम में घूम रहा दस्ता, एक को सचिन और दूसरे को अतुल कर रहा लीड प्रत्याशियों से लेवी वसूलने और उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वारदात को दे सकता है अंजाम जमशेदपुर : एक करोड़ का इनामी नक्सली असीम मंडल उर्फ […]
एसएसपी ने घाटशिला, पटमदा, बोड़ाम, एमजीएम, गालूडीह और कमलपुर थाने को किया अलर्ट
दो टीम में घूम रहा दस्ता, एक को सचिन और दूसरे को अतुल कर रहा लीड
प्रत्याशियों से लेवी वसूलने और उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वारदात को दे सकता है अंजाम
जमशेदपुर : एक करोड़ का इनामी नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश का दस्ता गालूडीह और घाटशिला थाना क्षेत्र में घूम रहा है. दस्ता दो अलग-अलग टीमों में बंटकर इलाके में घूम रहा. एक दस्ता को रामप्रसाद मार्टी उर्फ सचिन लीड कर रहा तो दूसरे को अतुल.
अतुल का दस्ता घाटशिला के बासाडेरा इलाके में है जबकि सचिन का दस्ता गालूडीह थाना क्षेत्र के आमडेरा और भुतियाकोचा क्षेत्र में घूम रहा है. दस्ता में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि चुनाव से पूर्व दस्ता किसी वारदात को अंजाम देने की ताक में है. दोनों दस्तों में आठ से नौ की संख्या में सदस्य हैं.
मंगलवार रात नक्सलियों ने बासाडेरा में बैठक की थी. इस दौरान स्थानीय कुछ लोगों से भी संपर्क किया था. सचिन की अगुवाई वाले दस्ते ने आमडेरा और भुतियाकोचा में कुछ लोगों से संपर्क किया. नक्सली दस्ता चुनाव से पूर्व प्रत्याशियों से संपर्क साधकर लेवी वसूलने की तैयारी में हैं.
अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए नक्सली दस्ता किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है. दस्ता ने मुख्य सेंटर एमजीएम और बोड़ाम थाना क्षेत्र में पड़ने वाला बागड़ो पहाड़ को बनाया है. नक्सली दस्ता के जिला में होने की सूचना पर एसएसपी अनूप बिरथरे ने पटमदा, बोड़ाम, एमजीएम, गालूडीह, घाटशिला और कमलपुर पुलिस को अलर्ट किया है. इलाके की कच्ची सड़कों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है ताकि नक्सली यहां बम प्लांट नहीं कर सके.
सीआरपीएफ की मदद से लगातार गश्त करने का निर्देश दिया गया है. पुलिस की माने तो कम्युनिटी पुलिसिंग के जरिये नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवा और बच्चों को प्रभावित किया गया है. उन्हें नक्सल और नक्सलियों से दूर रहने की जानकारी दी गयी है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बूथों की सुरक्षा का जिम्मा अर्धसैनिक बलों के जिम्मे होगा.