परसुडीह : पांच लाख के लिए पंकज के दोस्त ने ही की पत्थर से कूच कर हत्या, गिरफ्तार
जमशेदपुर : गदड़ा के पंकज कुमार राय (18) की हत्या उसके ही दोस्तों ने पांच लाख रुपये रंगदारी पाने के लिए की थी. इस बात का खुलासा पकड़े गये युवकों ने पुलिस के सामने पूछताछ में किया है. इस मामले में पुलिस ने पंकज कुमार राय के साथी व गदड़ा निवासी टिंकू कामत को गिरफ्तार […]
जमशेदपुर : गदड़ा के पंकज कुमार राय (18) की हत्या उसके ही दोस्तों ने पांच लाख रुपये रंगदारी पाने के लिए की थी. इस बात का खुलासा पकड़े गये युवकों ने पुलिस के सामने पूछताछ में किया है. इस मामले में पुलिस ने पंकज कुमार राय के साथी व गदड़ा निवासी टिंकू कामत को गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर हत्याकांड में शामिल टिंकू के दो साथी को भुइयांडीह छायानगर से गिरफ्तार किया है. हत्याकांड में प्रयुक्त चाकू, टेप, पत्थर और बाइक भी बरामद कर ली गयी है.
पूछताछ में टिंकू कामत ने बताया है कि उस पर काफी कर्ज था और आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, इसके कारण अपहरण की योजना बनायी. गदड़ा के रणजीत नामक युवक की बेटी का अपहरण करने की योजना थी. जिसमें पंकज भी शामिल था. शुक्रवार को वारदात को अंजाम देना था. पंकज बारीगोड़ा बाल कटवाने आया था. फोन करके उसे टिंकू ने जोजोबेड़ा टेंपो स्टैंड बुलाया.
वहां से दोनों टेल्को आजाद मार्केट पहुंचे वहां अन्य दो साथी भी आ गये. आजाद मार्केट से पहले इन लोगों ने चाकू, टेप, रस्सी खरीदा. इसके बाद शराब खरीदा. शराब खरीदने के बाद सभी खैरबनी स्थित कैनाल के पास पहुंचे. वहां उनलोगों ने साथ में शराब पी. पंकज ने रणजीत की बेटी का अपहरण करने से इनकार कर दिया.
जिस पर टिंकू कामत और पंकज के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद टिंकू ने पंकज की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उसका वीडियो बना कर पंकज के भाई को फोन किया और पांच लाख फिरौती की रकम मांगी.
राशन दुकान चलाता है टिंकू, गोविंदपुर से हुआ गिरफ्तार
गिरफ्तार टिंकू कामत गदड़ा कॉलेज मैदान के पास राशन दुकान चलाता है. उसने कई लोगों से लाखों रुपये कर्ज लिये हुए हैं. पिछले कुछ दिनों से टिंकू गोविंदपुर स्थित अपनी ससुराल में रह रहा था. वारदात के बाद पुलिस ने उसे उसकी ससुराल से गिरफ्तार किया.
उसके पास से मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया है. टिंकू काफी शातिर है. पंकज की हत्या के बाद उसके घर भी गया था ताकि घर वालों को उस पर शक न हो सके. इधर, पुलिस ने तकनीकी आधार और फोन कॉल डिटेल के आधार पर 10 से 12 युवकों को उठाकर पूछताछ की थी.
पूछताछ के बाद बाकी को छोड़ दिया गया. पुलिस हत्याकांड से सोमवार को पर्दा उठायेगी. हालांकि परसुडीह पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों को शक के आधार पर पकड़कर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा किया जायेगा. इधर, रविवार पंकज के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
मालूम हो कि शनिवार को जादूगोड़ा पुलिस ने राखामाइंस फाटक से सौ मीटर की दूरी पर केनाल के पास हाथ-पैर रस्सी से बंधा शव बरामद किया था. शव का चेहरा पत्थर से कूचला था. रविवार की सुबह शव पंकज का होने की पुष्टि परिजनों ने की.
बाल कटाने के लिए घर से निकला था पंकज, पिता असम रायफल में तैनात
पंकज के भाई चंदन ने बताया कि शुक्रवार सुबह 11 बजे बाल कटाने की बात बोलकर सौ रुपये लेकर वह घर से निकला था. बारीगोड़ा में एक सैलून से बाल कटाया. आखिरी बार उसे लोगों ने बारीगोड़ा चौक के पास देखा था. चंदन ने बताया कि पंकज दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था.
पंकज ने स्कूल की पढ़ाई पटना में नानी के घर रहकर की थी. वर्तमान में घाटशिला स्थित एक निजी संस्थान से फिटर ट्रेड में आइटीआइ कर रहा था. पिता असम राइफल में कार्यरत है. वर्तमान में असम के मणिपुर में पदस्थापित हैं. वह सोमवार को शहर पहुंचेंगे.
परिवार वालों की रेकी कर रहे थे अपहरणकर्ता घर के पास था लोकेशन
रात 8.30 बजे जब चंदन परिवार वालों के साथ परसुडीह थाना पंकज के अपहरण होने की सूचना देने पहुंचे, तो उसी दौरान अपहर्ताओं ने फोन किया था. अपहर्ताओं ने कहा कि पुलिस को सूचना देने या थाने जाने से मना किया था, तो क्यों गये? अपहर्ताओं ने अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी. जोजोबेड़ा गेट पर अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम देने की बात बुलाया और नहीं आये. पंकज का मोबाइल फोन भी बंद कर दिया.
उसी दौरान उन लोगों ने फोन को दोबारा ऑन किया. पुलिस पंकज के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस कर रही थी. रात 11 बजे पंकज का फोन लोकेशन उसी के घर के आसपास मिला. उसी समय पुलिस को आशंका हुई थी कि पंकज ने ही तो कहीं अपने अपहरण का कहानी नहीं रची है. लेकिन शनिवार को जादूगोड़ा से शव बरामद होने के बाद अपहरण की बात सही साबित हुई.