संदीप सावर्ण
जमशेदपुर : जमशेदपुर पश्चिमी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी बन्ना गुप्ता ने जीत दर्ज करने के बाद प्रभात खबर से विशेष बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बेबाकी से अपनी बात रखी.
सवाल : जीत की बधाई. इस जीत के बाद आपकी पहली प्रतिक्रिया ?
जवाब : यह बन्ना गुप्ता की नहीं बल्कि जमशेदपुर की जनता की जीत है. लोगों ने भाजपा सरकार की जनविरोधी अौर मुख्यमंत्री रघुवर दास की तानाशाही नीति के खिलाफ वोट किया है. राज्य में डबल इंजन की सरकार फेल हो गयी. अब महागठबंधन की सरकार बनेगी जिसके बाद गुड गवर्नेंस के साथ राज्य का विकास होगा.
सवाल : राज्य में महागठबंधन को इतनी सीटें मिलने के क्या मायने हैं?
जवाब : राज्य में महागठबंधन के घटक दलों की जीत के एक ही मायने हैं कि राज्य व देश की जनता को जुमले नहीं चाहिए. रोजी-रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए. लेकिन, भाजपा कभी स्टैचू बनवाकर तो कभी शहर का नाम बदल कर, तो कभी कंपनियों को बंद कर अच्छे दिन का ख्वाब दिखा रही थी. प्रधानमंत्री को जितना देश की जनता सम्मान करती है, उतना ही मैं भी करता हूं. लेकिन जब वे अपने देश की चिंता छोड़ अमेरिका में ट्रंप को जिताने जाते हैं, तो शर्म आती है.
सवाल : 15-16 राउंड तक आप पीछे चल रहे थे, लेकिन अचानक थोक में वोट मिले, राज क्या है ?
जवाब : दरअसल, मैं महेंद्र सिंह धौनी का बड़ा फैन हूं. मैच शुरू होने पर पिच पर टिके रहना जरूरी होता है. उसके बाद अंतिम अोवर में हर गेंद को जिस तरह धौनी बाउंड्री पार पहुंचाते हैं उसका मैं कायल रहा हूं. शायद मेरे पक्ष में मिले वोटों की काउंटिंग में भी ऐसा ही परिणाम देखने को मिला.
सवाल : अब चुनाव जीतने के बाद जनता की आपसे काफी उम्मीदें हैं. इस पर कैसे खरा उतरेंगे ?
जवाब : मैं हमेशा सहज भाव से जनता के बीच जाकर काम करता रहा हूं. अब जब जनप्रतिनिधि बन गया हूं तो उनकी हर समस्या के समाधान के प्रति मेरी जवाबदेही होगी. मेरा मानना है कि जिस समाज में शांति होती है वहां भगवान निवास करते हैं. मौजूदा दौर में भाई-भाई के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश की गयी है. क्षेत्र में अमन अौर शांति के साथ ही रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, विधि-व्यवस्था ठीक करने से लेकर क्षेत्र की बिजली, पानी, साफ-सफाई समेत हर समस्या का समाधान किया जायेगा.
सवाल : आपकी प्राथमिकता क्या होगी ?
जवाब : शहर में पुलिसिया मनमानी चरम पर है. एक एफआइआर करने के लिए थानेदार 50,000 रुपये तक रिश्वत मांगता है. महिलाअों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. एफआइआर दर्ज करवाने के लिए भी डीजीपी से पैरवी करनी पड़े, तो समझा जा सकता है कि शहर में विधि व्यवस्था के हालात क्या हैं. अब ऐसा नहीं होगा. पुलिस अच्छा काम करेगी, तो सरकार के स्तर पर सम्मान मिलेगा. लेकिन अगर प्रशासन और पुलिस आम जनता की कसौटी पर खरी नहीं उतरेगी, तो डीसी-एसपी की कोठी पर ही जनता दरबार लगेगा और वहीं फैसला होगा. शहर में हर दिन चेन छिनतई, हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं लेकिन अब तक सरकार ऑल इज वेल कह कर अपनी जिम्मेवारी से भागती रही है. अब ऐसा नहीं होगा.
सवाल : इस जीत में पार्टी का कितना सहयोग रहा, आपके चुनाव प्रचार में कांग्रेस के एक भी बड़े नेता नहीं पहुंचे ?
जवाब : बन्ना गुप्ता पार्टी के वफादार और समर्पित कार्यकर्ता हैं. पार्टी ने एक चाय और सिंघारा बेचने वाले के बेटे को दो-दो बार टिकट दिया. मंत्री तक बनवा दिया, इससे ज्यादा सम्मान और क्या चाहिए? पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया, यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है. पार्टी के सभी वरीय नेताओं से लेकर एक-एक कार्यकर्ता का मेरी जीत में अहम योगदान है.