पश्चिमी सिंहभूम में सामूहिक नरसंहार : हाथ-पैर बंधे अपनों को घसीटते व सिर कटते देखा, अब परिजनों के न आंसू निकल रहे, न मुंह खुल रहा

जमशेदपुर : बुरुगुलीकेरा गांव सात ग्रामीणों की हाथ-पैर बांधकर तीन किलोमीटर तक घसीटने व सिर काटकर निर्मम हत्या से उनके परिवार दहशत में हैं. इसे लेकर घटना के दिन से सभी गांव छोड़कर फरार हो गये थे. बुधवार को पुलिस ने शव बरामद किया. इसके बाद सभी गांव में वापस लौटे, लेकिन उनकी आंखों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2020 7:44 AM
जमशेदपुर : बुरुगुलीकेरा गांव सात ग्रामीणों की हाथ-पैर बांधकर तीन किलोमीटर तक घसीटने व सिर काटकर निर्मम हत्या से उनके परिवार दहशत में हैं. इसे लेकर घटना के दिन से सभी गांव छोड़कर फरार हो गये थे.
बुधवार को पुलिस ने शव बरामद किया. इसके बाद सभी गांव में वापस लौटे, लेकिन उनकी आंखों में मौत का मंजर साफ देखा जा सकता था. श‍वों के मिलने के बाद पुलिस ने मृतकों के परिवार को लेकर लोढ़ाई सीआरपीएफ कैंप ले गयी. यहां सभी के परिवार दहशत में थे. परिवार वाले हत्या के बाबत कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे थे. परिवारवालों में ग्रामीणों का भय साफ दिख रहा था. परिवार वाले अपना दर्द उजागर नहीं कर सक रहे थे.
गांव में माहौल शांत होने तक कैंप करेगी पुलिस. बुरुगुलीकेरा में सात लोगों की हत्या के बाद पुलिस लगातार दूसरे दिन बुधवार को गांव में कैंप कर रही है.
जिला पुलिस सहित सीआरपीएफ जवान कैंप कर रहे है. एसपी इंद्रजीत महथा ने बताया फिलहाल कुछ दिनों तक क्षेत्र में पुलिस व सीआरपीएफ कैंप करेगी. जबतक गांव का माहौल शांत नहीं हो जाता है. उन्होंने बताया कि जल्द ग्रामीणों के साथ बैठक की जायेगी, ताकि पुलिस और ग्रामीण के बीच बेहतर संबंध बन सके. सूचना का आदान प्रदान हो सके.
गांव के चार युवक लापता, पुलिस कर रही तलाश. घटना के दिन से बुरुगुलीकेरा गांव के चार युवक लापता हैं. लोडरो बूढ़ और रौशन बारजो का 16 जनवरी को गांव के घरों में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद से पता नहीं है. वहीं गुसरु बूढ़ और सुकुआ बूढ़ 19 जनवरी को ग्रामसभा से भाग गया था. उसका भी पता नहीं चल पाया है. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है. एसपी इंद्रजीत महथा ने बताया कि चारों युवक लापता हैं. उनका पता लगाया जा रहा है. उनके मिलने पर घटना की सही जानकारी मिल सकती है.

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