पश्चिमी सिंहभूम में सामूहिक नरसंहार : धड़ से अलग थे सिर, एक घंटे लगे मिलाने में

सभी के हाथ-पैर बंधे हुए थे, परिजनों ने आकर की शवों की पहचान डीसी समेत प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मुआवजा का आश्वासन दिया शवों की तलाश करने के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई नोक-झोंक गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में सात लोगों की हत्या की सूचना मिलने पर बुधवार की सुबह सर्च अभियान चलाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2020 7:56 AM
सभी के हाथ-पैर बंधे हुए थे, परिजनों ने आकर की शवों की पहचान
डीसी समेत प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मुआवजा का आश्वासन दिया
शवों की तलाश करने के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई नोक-झोंक
गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में सात लोगों की हत्या की सूचना मिलने पर बुधवार की सुबह सर्च अभियान चलाने के बाद सभी शव बरामद किये गये. सभी शव क्षत-विक्षत अवस्था में थे. वहीं सभी के सिर और धड़ अलग-अलग फेंके गये थे. सातों की हत्या निर्मम रूप से की गयी थी. शव मिलने के बाद पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती थी- सिर और धड़ का मिलान करना. सभी के शव को सिर और धड़ अलग-अलग जगहों पर फेंका गया था. पुलिस ने पहले सभी सिर को एक कपड़ा में इकट्ठा किया. इसके बाद सभी धड़ को एक जगह किया.
सभी श‍व के हाथ-पैर बंधे हुए थे. करीब एक घंटा तक पुलिस को सिर और धड़ मिलान करने में मशक्कत करनी पड़ी. मृतक के परिजन के पहुंचने पर सिर और धड़ का मिलान किया गया. इसके बाद पुलिस ने सभी के शव को अलग- अलग कपड़ों में लपेटने के बाद लकड़ी में टांग कर जंगल से बाहर लाया. इधर, शव मिलने की खबर मिलने पर ग्रामीण जुट गये. वहीं उपायुक्त अरवा राजकमल, एसडीओ प्रदीप प्रसाद, सीओ अमर जोन आइंद , जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव समेत जिलाप्रशासन की टीम भी घटनास्थल पहुंची. उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा का आश्वासन दिया.
21 घंटे में पुलिस ने शव बरामद किया 10 मीटर की दूरी में पड़ी थीं सभी लाशें
रातभर दुर्गम जंगल में 300 की संख्या में जवानों ने अभियान चलाया
चक्रधरपुर : गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा जंगल में सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या का मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने 21 घंटे के अंदर सभी शव बरामद करने में सफलता पायी. 21 जनवरी की शाम तीन बजे पुलिस को सूचना मिली कि बुरुगुलीकेरा जंगल में सात लोगों की हत्या की गयी है. इसके बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया.
एसपी इंद्रजीत महथा, अभियान एसपी प्रणव आनंद, चाईबासा डीएसपी अमर पांडेय, सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमाडेंट आनंद जेराई, द्वितीय कमाडेंट राजू डी नायक के नेतृत्व में शव को तलाशने के लिए अभियान चलाया गया. रात में शव को खोजना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी थी, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी. रातभर दुर्गम बीहड़ जंगल में करीब 300 की संख्या में जिला पुलिस व सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान शव खोजने में जुटे रहे. अंतत: पुलिस को सात लोगों का सिर कटा शव जंगल में मिला. सभी शव सात से दस मीटर की दूरी पर मिले. शव का सिर और धड़ अलग-अलग स्थानों में पड़ा था.

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