जमशेदपुर : बुरुगुलीकेड़ा में हुए नरसंहार में सात लोगों की हत्या के चार दिनों बाद गुरुवार की शाम सभी के शव का अंतिम संस्कार किया गया.
शाम करीब सात बजे बुरुगुलीकेड़ा गांव में दो अलग-अलग स्थल पर सातों के शव को दफन किया गया. एक स्थल पर चार शव को दफनाया गया जबकि दूसरे छोर पर तीन शव को दफनाया गया. इस दौरान काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी और फोर्स तैनात थे. पुलिस की मौजूदगी में सातों के शव को दफनाया गया.
हालांकि गांव वाले इस दौरान मौजूद नहीं थे. लगातार तीसरी रात भी पुलिस गांव में कैंप कर रही है. बुधवार को शव मिलने के बाद सातों का चाईबासा में देर शाम छह बजे मेडिकल बोर्ड के तहत पोस्टमार्टम शुरू किया गया जो रात करीब नौ बजे तक चला. शव का पोस्टमार्टम होने के बाद सभी शव को चंक्रधरपुर स्थित रेलवे अस्पताल के शीत गृह में रख दिया गया था.
एसआइटी गठित, घाटशिला एसडीपीअों करेंगे नेतृत्व : कोल्हान डीआइजी कुलदीप द्विवेदी और एसपी चाईबासा इंद्रजीत महथा ने मामले की जांच के लिए एसडीपीओ घाटशिला राजकुमार मेहता की अगुवाई में आठ सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है.
उक्त एसआईटी में घाटशिला एसडीपीओ राजकुमार मेहता ,डीएसपी (मुख्यालय,चाईबासा),इंस्पेक्टर (झारखंड जगुवार) रामदयाल मुंडा,सर्किल इंस्पेक्टर तोड़पा (खूंटी) दिग्विजय सिंह,सर्किल इंस्पेक्टर (सोनुवा) संतोष कुमार,सर्किल इंस्पेक्टर नोवामुंडी लक्ष्मण प्रसाद और एसआई (रांची) मोनालिसा केरकेट्टा को शामिल किया गया है. उक्त एसआईटी चाईबासा एसपी और कोल्हान डीआईजी को पांच दिनों में जांट रिपोर्ट जमा करेगी. एसआईटी इस बात का पता लगायेगी कि इस नरसंहार का कारण क्या है और इस घटना के पीछे किनका हाथ है.